भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने दुनिया के सबसे बड़े सोलर प्लांट का अनुबंध हुआ। ओंकारेश्वर में नर्मदा नदी पर दुनियां का सबसे बड़ा सोलर पावर प्लांट बनेगा। 600 मेगावाट की परियोजना के प्रथम चरण में 278 मेगावाट क्षमता के अनुबंध पर हस्ताक्षर किया गया। इस योजना के तहत नर्मदा नदी के बैक वाटर पर औसतन 2 हजार हेक्टेयर में सोलर पैनल्स लगाई जाएगी।
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि नर्मदा जी की कृपा सदैव प्रदेश में बरस रही है। यह सोलर पावर प्लांट अपने आप में अद्भुत है। उन्होंने जानकारी दी कि हम पानी के सतह पर सोलर पैनल बिछाएंगे। ओंकारेश्वर में दुनियां का सबसे बड़ा सोलर पॉवर प्लांट बनेगा।
उन्होंने कहा कि अब हमें धरती मां का कर्ज पूरा करना है। बिजली बचाना बिजली बनाने से ज़्यादा जरूरी है। मैं खुद अपने बाथरुम का बिना बिजली बंद करे नहीं निकलता। आपकी कमाई का टैक्स हमारे पास आता है। अगर बिजली अनावश्यक ना प्रयोग हो तो 4 हज़ार करोड़ की बिजली बच सकती है।
शिवराज ने कहा कि मध्य प्रदेश को हार्ट ऑफ इंडिया कहा जाता है। लेकिन मेरा सपना मध्य प्रदेश को ‘लंग्स ऑफ इंडिया’ बनाना है। मैं सभी सोलर एनर्जी बनाने वाले को आमंत्रित करता हूं कि वो यहां इन्वेस्ट करें।
सीएम ने कहा कि भोपाल को लगभग 124 दिन जितने पीने की पानी की ज़रूरत होती है। उतना पानी इस योजना से बचेगा। 2027 तक प्रदेश में नवकरणीय ऊर्जा की क्षमता बढ़ाकर 20 हज़ार मेगावाट कर दी जाएगी। हमारे यहां कई किसानों ने खेती में सोलर प्लांट लगाने का फैसला किया है। उन्होंने निर्देश दिए है कि सरकारी दफ्तरों में भी सोलर पैनल बिछनी चाहिए।
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