मुंबई। विश्व स्वास्थ्य संगठन World Health Organization (WHO) ने कोरोना के नए वैरिएंट ओमाइक्रॉन (New Variants Omicron) को चिंताजनक बताया है. इस वैरिएंट का पता लगने के बाद से पूरी दुनिया में दहशत का माहौल(panic atmosphere) है. लोग इस नए वैरिएंट के बारे में बहुत कुछ जानना समझना चाहते हैं, लेकिन ओमाइक्रॉन (Omicron) के सटीक व्यवहार के बारे में अभी बहुत ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई है. इस नए वैरिएंट पर, मुंबई के फोर्टिस हॉस्पिटल के क्रिटिकल केयर के डायरेक्टर और स्टेट कोविड-19 टास्क फोर्स के सदस्य डॉ राहुल पंडित ने काफी महत्वपूर्ण जानकारी दी.
Omicron वायरस से प्रभावित देश
WHO ने सभी देशों को निगरानी और सीक्वेंसिंग बढ़ाने, पूर्ण जीनोम सीक्वेंस और संबंधित मेटाडेटा, और इससे जुड़े शुरुआती मामलों की रिपोर्ट जमा करने के लिए कहा है. उसी के मद्देनजर, भारत के नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ने स्वास्थ्य मंत्रालय को बताया है कि बोत्सवाना (4 मामले), दक्षिण अफ्रीका (22 मामले), और हांगकांग (2 मामले) में कोविड-19 वैरिएंट B.1.1529 के कई मामले सामने आए हैं. मंत्रालय का कहना है कि इस वैरिएंट में काफी ज़्यादा म्यूटेशन हो सकता है.
क्यों खतरनाक है Omicron
कहा जा रहा है कि नए वैरिएंट में असामान्य रूप से बहुत ज़्यादा म्यूटेशन है. दक्षिण अफ्रीका में सेंटर फॉर एपिडेमिक रिस्पाॉन्स एंड इनोवेशन के विशेषज्ञों के अनुसार, इसमें असामान्य म्यूटेशन का पता लगा है जो बाकी वैरिएंट से बहुत अलग है. अब तक कुल मिलाकर 50 म्यूटेशन का पता चला है और स्पाइक प्रोटीन पर 30 से ज़्यादा म्यूटेशन मिले. अधिकांश टीके इसी पर काम करते हैं. और इसी से वायरस हमारे शरीर की कोशिकाओं में प्रवेश करता है.
क्या है सबसे बड़ी चिंता ?
शोधकर्ताओं की सबसे बड़ी चिंता यह है कि यह वायरस चीन के वुहान से निकले मूल वायरस से बिल्कुल अलग है. अभी तक की स्टडी से पता चला है कि इस वैरिएंट में कुछ ऐसे म्यूटेशन हैं जिनकी वजह से एंटीबॉडी के लिए वायरस की पहचान कर पाना मुश्किल है. इसलिए कोविड वैक्सीन इसपर कितनी कारगर है इसपर शोध करना होगा.
क्या यह वायरस अब तक देखे गए वायरस से ज़्यादा खतरनाक है?
ऐसा नहीं है कि म्यूटेशन ज़्यादा है तो वायरस घातक या ज़्यादा खतरनाक होगा. फिर भी, हर वैरिएंट में महामारी को प्रभावित करने की क्षमता होती है. हालांकि, इस समय इससे जुड़ा डेटा बहुत सीमित है, इसलिए ये दुनिया पर क्या प्रभाव डालते है उस पर टिप्पणी नहीं की जा सकती.
Omicron से लड़ने के लिए दुनिया की तैयारी
Omicron से बचने के लिए दुनिया के सभी देश कोशिश कर रहे हैं कि दक्षिण अफ्रीका से आने वाली उड़ानों को रद्द किया जाए और कोरोना के नियमों का सख्ती से पालन हो. इस कड़ी में अमेरिका और यूरोपीय संघ ने भी दक्षिणी अफ्रीका से आने वाली उड़ानों को रोकने का फैसला किया है. इटली ने सात दक्षिणी अफ्रीकी देशों – दक्षिण अफ्रीका, लेसोथो, बोत्सवाना, जिम्बाब्वे, मोज़ाम्बिक, नामीबिया और इस्वातिनी से आने वाले लोगों की एंट्री पर बैन लगा दिया है. इतना ही नहीं, अफ्रीका और आसपास के देश से आने वाले यात्रियों को क्वारंटीन किया जा रहा है. उधर, बाइडेन प्रशासन ने भी सोमवार से दक्षिण अफ्रीका के लिए फ्लाइटों पर बैन लगाने का फैसला किया है.
कनाडा ने भी पिछले 14 दिन में अफ्रीका से आने वाले नागरिकों का कोरोना टेस्ट कराने का फैसला किया है. जब तक इनका कोरोना टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव नहीं आती, इन्हें क्वारंटीन रहना होगा. ब्रिटेन में Omicron वैरिएंट मिलने के बाद चार और देशों को रेड लिस्ट में जोड़ा गया है. इसमें अंगोला, मोजाम्बिक, मलावी और जाम्बिया शामिल हैं. बांग्लादेश ने भी वायरस के खतरे को देखते हुए, शनिवार को दक्षिण अफ्रीका से आने वाली उड़ानों को तुरंत रद्द कर दिया है.
द.अफ्रीका से भारत आए 2 लोग कोरोना पॉजिटिव
बता दें कि भारत में भी हाल ही में दक्षिण अफ्रीका से कर्नाटक आए 94 यात्रियों की कोविड जांच की गई, जिनमें दो लोग कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं. हालांकि उनमें कौन सा वैरिएंट है, इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है. जीनोम सीक्वेंसिंग के जरिए इसका पता लगाया जाएगा.
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