नई दिल्ली: यूपी (UP) के हाथरस (Hathras ) में मंगलवार को हाहाकार मच गया. सूरजपाल (Surajpal) उर्फ भोले बाबा (Bhole baba)के सत्संग में भगदड़ मच गई. भगदड़ ऐसी कि देखते ही देखते लाशों का अंबार लग गया. हाथरस कांड में 116 लोग मर गए. सभी भोले बाबा का प्रवचन (pravachan) सुनने सत्संग में आए थे. हाथरस की इस घटना से सबको झकझोर दिया. अस्पताल के बाहर लाशों के ढेर पड़े हैं. रोते-बिलखते परिजन हैं. पुलिस-प्रशासन और सरकार जख्मों पर मरहम लगाने में जुट गई है. शवों की पहचान की जा रही है. मगर हाथरस में मौत का सत्संग कराने वाला बाबा अपने फॉलोअर्स को देखने तक नहीं आ रहा. वह पुलिस को लगातार चकमा दे रहा है. अब सूरजपाल उर्फ भोले बाबा की एक और करतूत सामने आई है. खुद उसके परिवार के सदस्य ने उसकी पोल खोली है.
परिवार ने खोली पोल
सूरजपाल उर्फ भोले बाबा के छोटे भाई की पत्नी ने बताया है कि बाबा उसके बच्चों के साथ मारपीट करता था. सूरजपाल के भाई की पत्नी ने कहा, ‘भोले बाबा का उसके परिवार से अब कोई मतलब नहीं है. बाबा ने एक बार उनके बच्चों के भी साथ मारपीट की थी. मामला थाने में पहुंचा था.’ उन्होंने बताया कि भोले बाबा के किसी सत्संग में हम कभी नहीं गए. न ही उनसे हमारा कोई मतलब है. वो सगे भाई की मौत पर भी नहीं आए. परिवार के किसी भी सदस्य की मौत पर नहीं आए तो हमारा उनसे कोई मतलब नहीं है.
सेवादारों को कैसे कोई जानकारी नहीं
हाथरस सत्संग में इतना बड़ा कांड हो गया. 100 से ऊपर लोग मर गए, मगर कासगंज के बहादुरनगर में बने भोले बाबा के आश्रम में किसी सेवादार को हादसे की जानकारी नहीं दी गई है. कासगंज वाले आश्रम में किसी भी सेवादार को नहीं पता कि हादसा क्या हुआ और कितने लोगों की मौत हो गई. अब सवाल है कि क्या जानबूझझकर आश्रम के ये सेवादार सही जानकारी नहीं बता रहे हैं. या फिर कोई है जो उन्हें सच्चाई से कोसों दूर रखना चाह रहा है.
कहां से शुरू हुआ बाबा बनने का सफर
बाबा सूरजपाल अबप कथावाचक साकार हरि बाबा उर्फ भोले बाबा के नाम से जाना जाता है. पता चला है कि आगरा से ही सूरजपाल की विश्व साकार हरि उर्फ भोले बाबा बनने की शुरुआत हुई थी. केदार नगर में सूरजपाल अपने परिवार के साथ रहता था. धीरे-धीरे उसने सफेद कपड़े पहनकर अपनी पहचान बनाई, फिर आसपास की महिलाओं के लिए बाबा बन गया. उसके बाद सूरज पाल ने अपने आगरा के केदार नगर में बनी एक छोटी सी कुटिया से ही भोले बाबा बनकर सत्संग और पूजा पाठ करना शुरू किया. थोड़े ही समय में सफेद कपड़ों वाले बाबा के नाम से पहचान बना ली.
हाथरस में क्या हुआ?
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ क्षेत्र में मंगलवार को भोले बाबा का सत्संग था. इसी सत्संग में अचानक भगदड़ मच गई. इसमें देखते ही देखते 116 लोगों की मौत हो गई. अभी तक करीब 76 शवों की पहचान हो चुकी है. अधिकारियों की मानें तो एटा और हाथरस सटे हुए जिले हैं और सत्संग में एटा के लोग भी शामिल होने पहुंचे थे. इसके अलावा सत्संग में आगरा, संभल, ललितपुर, अलीगढ़, बदायूं, कासगंज, मथुरा, औरैया, पीलीभीत, शाहजहांपुरर, बुलंदशहर, हरियाणा के फरीदाबाद और पलवल, मध्य प्रदेश के ग्वालियर, राजस्थान के डीग आदि जिलों से भी अनुयायी सत्संग में पहुंचे थे.
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