विदिशा। महाशिवरात्रि का पर्व बड़े भक्ति भाव के साथ मनाया गया। शिवरात्रि के अवसर पर सुबह से ही भक्तों की भीड़ शिवालयों में उमड़ रही थी। ओम नम: शिवाय के जयकारों के साथ भक्तों ने बेल पत्र, फूल के साथ-साथ जल एवं दूध अर्पित कर सुख-समृद्धि की कामना की। विदिशा में महाशिवरात्रि का पर्व बड़े भक्ति भाव के साथ मनाया गया। जहां सुबह से ही श्रद्धालु शिव मंदिरों में पहुंचकर जलाभिषेक कर रहे थे। माधवगंज चौराहे स्थित कांच मंदिर में महाशिवरात्रि को लेकर विशेष तैयारियां की गई थी। मंदिर को बड़े आकर्षक ढंग से सजाया गया। सुबह से ही मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा लंबी-लंबी लाइनों में भक्त लगकर भगवान भोलेनाथ का अभिषेक करने के लिए लगे हुए थे और भगवान भोलेनाथ जलाभिषेक करके मनोकामना मांग रहे थे। महाशिवरात्रि के अवसर पर विदिशा के बंगला घाट पर तीन दिवसीय विवाह महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है । सुबह से ही श्रद्धालुओं का बेतवा नदी के तट स्थित बंगला घाट पर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। विदिशा में भगवान शंकर की आराधना उदयगिरी की गुफाओं में भगवान शिव की पिंडी है। यहां श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे। इसके अलावा जटाशंकर भगवान का मंदिर, चरणतीर्थ के शिवालय एवं श्री रामघाट का शिवालय, किले अन्दर स्थित द्विशताब्दी प्राचीन लक्ष्मी व्यंकटेश बालाजी मन्दिर में पंचमुखी शिवजी की प्रतिमा पर अभिषेक हुआ। धर्माधिकारी चौक स्थित शताब्दी प्राचीन कृष्णेश्वर महादेव मंदिर, किला अंदर स्थित गुप्तेश्वर महादेव मंदिर, भूतेश्वर मंदिर, कार्तिक चौक के पास चौबेजी के मंदिर, माधवगंज स्थित विश्वेश्वर महादेव मंदिर, श्रीराम नगर चौराहा पर स्थित भगवान शिवजी का मन्दिर, वैत्रवती तट महलघाट के शिवालयों में श्रद्धालु पहुंच रहे थे।
यह बिजली विभाग का आलम है या और कुछ…
जहां शहर में महाशिवरात्रि का त्यौहार बड़ी ही धूमधाम से मनाया जा रहा था तो वहीं दूसरी और शहर के मंदिरों में प्रसिद्ध भारती मठ एवं चरण तीर्थ पर अंधेरे में शिवरात्रि का त्यौहार मनाया जा रहा था क्या यह बिजली विभाग का आलम था या कुछ और वही भक्तों ने बताया कि करीब 2 से 3 घंटे लाइट ना होने के चलते अंधेरे में ही महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा था।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved