इंदौर। पांच साल की विधायकी में तुलसी (Tulsi) के आंगन में फूल तो खिले, लेकिन उसका लाभ ज्यादा लोगों को नहीं मिला। कारण आंगन में उग आई खरपतवार को बताया जा रहा है, जिसका मुकाबला अब उन्हें करना पड़ रहा है। तुलसी के आगे-पीछे उग आई खरपतवार के कारण वे दरख्त नाराज हो गए, जिनकी छत्रछाया में तुलसी पनपे। सीधी बात की जाए तो सांवेर में थाटी भाजपाइयों (BJP) को छोड़ कांग्रेस (Congress) से आए नेताओं ने जगह बना ली और फिर तुलसी तो तुलसी ठहरे। अपने नीचे पलने वाले पौधों पर ज्यादा ध्यान रहा, लेकिन वे खरपतवार साबित हुए। एक बार फिर सांवेर में पेलवान द्वारा तुलसी खिलाने की तैयारी है, लेकिन ये खरपतवार उनको नुकसान पहुंचा सकती है। खैर पहली बार तुलसी का मुकाबला किसी महिला प्रतिद्वंद्वी से होने जा रहा है। कांग्रेसियों ने भी पुराने हिसाब-किताब बराबर करने की पूरी तैयारी कर ली है और इसलिए कहा जा रहा था कि उनके लिए चुनावी रण इस बार मुश्किल हैं, लेकिन फिर तुलसी तो पेलवान ठहरे, उन्हें मालूम है कब, कौन-सा दांव लगाना है…
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