ओबैदुल्लागंज, भूपेंद्र मेहरा । किसानों का मानना है कि इस कड़ाके की ठंड और कोहरा की वजह से चना मसूर मटर की फसलों में हो सकता है नुकसान वही किसानों को कहना है गेहूं की फसल के लिए जितनी ठंड बढ़ेगी उतनी पैदावार बढऩे का अनुमान वही फसल में तुषार लगने का डर सता रहा है किसानों को मौसम का अजब हाल है। एक दिन पहले तेज धूप निकलने लगी थी। ऐसा लग रहा था कि ठंड गई, लेकिन अचानक मौसम में बदलाव के बीच घना कोहरा शुरू हो गया इस बीच वाहन चालकों को भारी समस्या से जूझना पड़ा और दिन में ही अपनी हेड लाइट जलाकर रेंगते नजर आए। रविवार को सुबह आसमान में छाए घने कोहरे की वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। कोहरा इतना घना था कि कुछ फिट की दूरी तक नहीं दिखाई दे रहा था। वाहन चालकों को सुबह होने के बावजूद अपने वाहनों की हेडलाइट जला कर चलना पड़ा। सर्द हवाएं चलने से वातावरण में ठिठुरन और बढ़ गई।
सर्दी के कारण लोग गर्म कपड़ों में लिपटे नजर आए। लोगों ने हीटर, अलाव आदि तापकर सर्दी से निजात पाने के जतन किए। आज 11बजे दिन के बाद ठंड और कोहरे से निजात मिली शाम होते होते ठंडक और बढ़ गई। मौसम विभाग के अनुसार कोहरा और ठंड अभी जारी रहेगी। कोहरे से किसानों को अपनी दलहन फसलों के लिए तुषार लगने का डर सताने लगा है। लेकिन गेहूं की फसल के लिए यह मौसम अनुकूल है।
इनका कहना है
इस समय अगर मावटा। पानी गिर जाए तो फसल को बहुत फायदा होगा क्योंकि कई किसानों की फसल काफी लेट बनी हुई
हरिराम किसान
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