आष्टा। बुधवार को दिन भर तो गर्मी और उमस रही और दोपहर में अचानक मौसम बदला ओर हवा आंधी के साथ बारिश हुई। बारिश से भोपाल नाके के पास लगने वाले साप्ताहिक हाट बाजार में दुकानों को दुकानदारों को परेशानी उठाना पड़ी। हवा आंधी चलने कारण शहर की एक बार फिर से बिजली गुल हो गई यह जरूर है कि कुछ समय के बाद वापिस बिजली आ गई। विगत 1 हफ्ते से शहर में हर कभी बिजली चली जाती है घंटो लोगों को अंधेरे में रहना पड़ता कई बार बिजली की समस्या से अधिकारियों को अवगत करा दिया लेकिन अभी तक सुधार नहीं हुआ ।
बिजली मैं सुधार के लिए सौंपा ज्ञापन
इन दिनों आष्टा में होने वाली विधुत समस्याओं के सम्बंध में आज इदरीस मंसूरी पूर्व पार्षद महामंत्री जिला कांग्रेस कमेटी ने विधुत मंडल अधिकारी वाधवानी, एके सिंह से मुलाक़ात कर नागरीको की समास्यो से आवगत कराया हॉस्पिटल के पीछे स्थित टांसफार्मर एवं त्रिपोलिया के ट्रांसफार्मर जो कि बार बार जल रहें है जो की आधा आष्टा को विधुत सप्लाई करते हैं इनको बार बार बदला जाता है। शायद उनकी क्वालिटी ठीक ना होने के कारण जल रहें है इस ध्यान दिया जाए शहर में लाइट जाने के कारण नागरिक गर्मी और मच्छरों से बेहद परेशान हो जाते हैं इसका शीघ्र से शीघ्र निराकरण किया जाए इस संबंध में विद्युत मंडल अधिकारीयो ने आश्वस्त किया कि इस सम्बंध में हम काम कर रहे हैं कुछ सुधार हुआ है इन समस्याओं को 1 या 2 दिन में संपूर्ण रूप से सुधार कर दिया जाएगा और आष्टा के नागरिकों की इन समस्याओं से दूर किया जाएगा।
चक्रवाती तूफान का असर बदल रहा मौसम, फिर शुरु हुई बरसात, तापमान में उतार चढ़ाव
सीहोर। इस बार मौसम में बड़ा बदलाव देखा जा रहा है, मई महीने में बरसात हो रही है, जिससे मौसम में कभी गर्मी तो कभी ठंडक हो रही। अभी हो रही बरसात का कारण चक्रवाती तूफान माना जा रहा है। तापमान में भी लगातार उतार चढ़ाव बना हुआ है, लेकिन बदलते मौसम के कारण से खेती बाड़ी से लेकर अन्य काम काज में बड़े बदलाव देखे जा रहे हैं, इसी के साथ कारोबार पर भी इसका असर देखा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि मौसम में देखे जा रहे बदलाव के कारण से जहां तापमान अस्थिर बना हुआ है। लोगों को इन दिनों कभी भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहे, तो वही बार हो रही बरसात के कारण से ठंडक भी हो जाती है, कूलर और एसी की शरण में जाने की भी जरूरत नहीं पड़ रही है, एसी और कूलरों के कारोबार पर भी बड़ा असर देखा जा रहा है। इसी के साथ शीतल पेय पदार्थों का कारोबार भी मंदा पड़ा हुआ है, होटल संचालको का कहना है कि गर्मी के दिनों में लस्सी, शिकंजी, पैकट बंद शीतल पेय पदार्थों की अच्छी खासी ग्राहकी रहती थी, लेकिन इस बार मौसम बदलने के कारण से पूरा सीजन ही पिट गया है।
चक्रवाती तूफानों का असर
मौसम में आ रहे बदलाव में चक्रवाती तूफानों का असर देखा जा रहा है, मौसम के जानकारों की माने तो एक और चक्रवाती तूफान बंगाल की खाड़ी से शुरू होने की संभावना बनी हुई है, तूफानों के असर के कारण से मई महीने में आसमान बादल और बरसात हो रही है।
किसानों की बढ़ रही चिंता
इस संबंध में किसानो का कहना है, इस मौसम का असर खेती बाड़ी पर भी देखा जाएगा। यदि बरसात नहीं होती तो किसान अभी खेतों में बक्खर चलाकर छोड़ देते। इससे मिटटी को धूप मिल जाती लेकिन किसान अभी तक बखराई भी नहीं कर पाए हैं। वहीं बीते सप्ताह ओले गिरने के कारण से सब्िजयों की फसल पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। यदि खेतों को धूप नहीं मिली या फिर बरसात लेट शुरू हुई तो खरीफ की बोवनी में देरी हो सकती है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved