भोपाल। मिसरौद इलाके में विनायक गृह निर्माण समिती में रहने वाले दंपति की पांच साल की मासूम कल रहस्यमय हालातों में लापता हो गई थी। बच्ची की मां ने इस मामले की शिकायत थाने में दर्ज कराई थी। पुलिस ने संदेह के आधार पर सोसायटी के गार्ड को हिरासत में लिया। रात भर चली पूछताछ के बाद आज सुबह आरोपी ने स्वीकार किया कि बच्ची को वह अपनी बुआ के घर छोड़ आया है। पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपी का कहना है कि उसे भूलने की बीमारी है। बच्ची को घुमाने ले गया था और बुआ के घर उसे भूल आया है। पुलिस ने बच्ची को बरामद कर लिया है। टीआई निरंजन शर्मा के मुताबिक कल दोपहर को विनायक गृह निर्माण समिती से मजदूर दंपति की पांच साल की मासूम बच्ची संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई थी। देर रात उसकी मां ने थाने में केस दर्ज कराया था। बच्ची की मां ने अपहरण का संदेह कॉलोनी के चौकीदार रामचरण पर जाहिर किया। आखीरी बार लोगों ने बच्ची को चौकीदार के साथ देखा था। इसी के साथ बच्ची के लापता होने के साथ ही आरोपी भी दिखाई नहीं दे रहा था। मां की शंका के आधार पर पुलिस ने चौकीदार को हिरासत में ले लिया। रातभर वह पुलिस के सामने कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुआ। 18 घंटे तक पुलिस बच्ची को तलाशती रही। टीआई ने बताया कि आज सुबह होने पर चौकीदार को खुद याद आया कि उसने मासूम को अपनी बुआ के संजय नगर स्थित घर पर छोड़ दिया है। आनन-फ ानन में पुलिस की टीम उसकी बुआ के घर पहुंची और बच्ची को दस्तेयाब किया। चौकीदार और उसके रिश्तेदारों का कहना है उसे भूलने की बीमारी है, इसलिए वह हर बात भूल जाता है। बच्ची को छोडऩे के बाद भी वह भूल गया था। वहीं पुलिस का कहना है कि मासूम का मेडिकल कराया जा रहा है। आरोपी ने उसे अगवा क्यों किया इस संबंध में भी पूछताछ जारी है। फिलहाल बच्ची के साथ चौकीदार द्वारा किसी गलत काम किए जाने की पुष्टी नहीं हो हुई है। पुलिस मां की अगवाही में बच्ची से भी पूछताछ कर रही है।
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