• img-fluid

    कुलपति ने कहा कि ईश्वर को जब लगा कि वे सब जगह नहीं हो सकते इसलिए उन्होंने मां को बनाया

  • May 15, 2023

    उज्जैन। विक्रम विश्व विद्यालय के विद्योत्तमा कन्या छात्रावास में मदर्स डे मनाया गया। कार्यक्रम में वक्ताओं ने माँ की महिमा बताई। कार्यक्रम कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पांडेय, मुख्य अतिथि रसायन विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो. उमा शर्मा, कुलानुशासक प्रो. शैलेंद्रकुमार शर्मा, प्रो. सत्येंद्र किशोर मिश्रा ने मातृ शक्ति और माँ की महिमा पर विचार व्यक्त रखे। अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए कुलपति प्रो. पांडेय ने कहा कि कोई भी व्यक्ति इस जन्म में मातृ ऋण से मुक्त नहीं हो सकता।


    हमारे जीवन में मां का स्थान अनमोल होता है। उन्होंने कहा कि जब ईश्वर को लगा कि वे हर जगह नहीं हो सकते तब उन्होंने मां की रचना की। उसमें उन्होंने सम्मत संसार की ऊर्जा का प्रवाह किया हैऔर यही ऊर्जा संपूर्ण संसार के संचालन के लिए जिम्मेदार है। नारी ही किसी भी परिवार की आधारशिला होती है, वही माता के रूप में अपनी संतान का लालन पालन करती है एवं उसे उत्कृष्ट संस्कारों से सुशोभित करती है। उन्होंने यह भी कहा कि कन्या की प्रवृत्ति पानी के समान होनी चाहिए, जो जिस बर्तन में डाला जाता है, उसी का आकार ले लेता है। रसायन विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो. उमा शर्मा ने कहा कि माता हमारे जीवन को आधार देती है। मां की महिमा और अहसास को जीवन में सदैव बनाए रखना चाहिए। प्रो. शैलेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि माँ इस धरती पर सृजनकर्ता ईश्वर का प्रतिरूप है। सर्वाधिक पुरातन प्रतीकों में मातृशक्ति का अद्वितीय स्थान रहा है। प्रो. सत्येंद्र किशोर मिश्रा ने कहा कि माता जीवन देने के साथ सुरक्षा का अहसास देती है। इस अवसर पर छात्रावास की वार्डन डॉ. नयनतारा डामोर और सहायक वार्डन डॉ. दीपा द्विवेदी उपस्थित थीं। संचालन चांदनी गुप्ता ने किया।

    Share:

    शासन ने भेजे 5 हजार कार्ड..आरटीओ में काम हुआ सामान्य

    Mon May 15 , 2023
    अब आरटीओ में आसानी से बनने लगे लाइसेंस और वाहन की आरसी लायसेंस के लिए हो रहे थे लंबे समय से लोग परेशान एवं कार्ड ही नहीं थे उज्जैन। भरतपुरी स्थित आरटीओ कार्यालय में लंबे समय बाद काम काज सामान्य हो गया है और यहाँ पर 5 हजार कार्ड शासन ने भेजे हैं जिससे अब […]
    सम्बंधित ख़बरें
  • खरी-खरी
    रविवार का राशिफल
    मनोरंजन
    अभी-अभी
    Archives
  • ©2024 Agnibaan , All Rights Reserved