इंदौर। शहरभर में अवैध निर्माण और अतिक्रमण तेजी से फिर बढ़ गए, क्योंकि नगर निगम की नेता नगरी कहीं पर कोई कार्रवाई ही नहीं होने देती है। भंवरकुआं से लेकर महालक्ष्मी नगर में सबसे अधिक आवासीय भूखंडों पर व्यवसायिक बिल्डिंगें धड़ाधड़ निर्मित हो रही है। 9 अक्टूबर को यानी 9 माह पहले नगर निगम के रिमूवल अमले ने महालक्ष्मी नगर के ए सेक्टर के भूखंड 649-650 पर निर्माणाधीन बिल्डिंग को तोड़ा था,
जिस पर अब पुन: बिल्डिंग तन गई।आगे पाठ – पीछे सपाट की स्थिति निगम की हमेशा रही है। एक तरफ अवैध निर्माणों को तोडऩे की कार्रवाई की जाती है, तो दूसरी तरफ फिर वो या नए निर्माण शुरू हो जाते हैं। बॉम्बे हॉस्पिटल के सामने महालक्ष्मी नगर से तुलसी नगर के मेन रोड पर सारे आवासीय भूखंडों पर व्यवसायिक इमारतें तन गई।
यातायात-पार्किंग की समस्या लगातार बढ़ रही है। महालक्ष्मी नगर के ए सेक्टर पर दो आवासीय भूखंडों को अवैध रूप से जोडक़र बिल्डिंग का निर्माण कर लिया। भूकंड 649 और 650 पर इस निर्माण को निगम ने 9 अक्टूबर को तोड़ा भी था। मगर भूखंड मालिक के हौंसले इतने बुलंद हैं कि 9 माह के बाद उसने फिर मौके पर बड़ी बिल्डिंग तान ली और जल्द ही यहां पर शोरूम, ऑफिस खुलने वाले हैं।
निगमायुक्त हर्षिका सिंह को जब इस अवैध निर्माण की जानकारी दी गई तो उन्होंने तुरंत ही भवन अधिकारी गजल खन्ना को कार्रवाई के लिए कहा और भवन अधिकारी खन्ना के मुताबिक इस मामले में नोटिस जारी कर दिए और जल्द ही रिमूवल भी किया जाएगा। वहीं आयुक्त ने कम्पाउंडिंग के सभी प्रकरण ऑनलाइन ही लेने के निर्देश भवन अनुज्ञा शाखा को दिए।
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