मुंबई: शेयर मार्केट में इस हफ्ते केवल 4 दिन ही कारोबार हुआ. बाजार में इस काफी अच्छी बढ़त देखने को मिली. हालांकि, काराबोरी हफ्ते के आखिरी मार्केट कुछ गिरावट के साथ जरूर बंद हुआ लेकिन ओवरऑल ये हफ्ता मार्केट के लिए अच्छा रहा. सेंसेक्स इस हफ्ते 1.33 फीसदी उठकर 58191 पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी 1.28 फीसदी की तेजी के साथ 17314 के स्तर पर बंद हुआ. इममें विदेशी संस्थागत निवेशकों और घरेलू संस्थागत निवेशकों ने बड़ी भूमिका निभाई.
बाजार की बढ़त में केवल एफआईआई और डीआईआई ही नहीं, सर्वाधिक जीएसटी कलेक्शन और वैश्विक बाजारों से मिले-जुले संकेत ने भी योगदान किया. निवेशकों ने इस दौरान गिरते रुपये पर नजरअंदाज करते हुए खरीदारी जारी रखी. हालांकि, आखिरी सत्र में एफआईआई ने थोड़ी (36.55 करोड़ रुपये) बिकवाली की. लेकिन डीआईआई ने तब भी 1024 करोड़ के शेयर खरीदे.
बीएसई का मिडकैप इस हफ्ते 2 फीसदी बढ़ा. जिसमें जेएसडब्ल्यू एनर्जी, भारत फोर्ज, जी एंटरटेनमें और एमएंडएम फाइनेंशियल सर्विसेज सबसे आगे रहे. कंपनी अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मजबूती से पैर जमाते हुए हिस्सेदारी हासिल कर रहा है. लार्ज कैप में 1 फीसदी की तेजी आई और यहां जोमैटो, पेटीएम, जायडस लाइफसाइंसेस, कोल इंडिया और वेदांता ने ग्रुप को लीड किया.
स्मॉल कैप की बात करें तो मैक्स वेंचर्स एंड इंडस्ट्रीज, Xelpmoc Design and Tech, मझगांव डॉक शिपबिल्डिर्स, जय प्रकाश असोसिएट्स और कुआंटम पेपर्स की अगुआई में ये इंडेक्स 2.5 फीसदी तक बढ़ा. इस दौरान बीएसई का मेटल इंडेक्स 5.7 फीसदी, गुड्स इंडेक् 3.6 फीसदी और रियल्टी इंडेक्स 3.4 फीसदी बढ़ा.
हालांकि, ये हफ्ता रुपये के लिए अच्छा नहीं रहा. डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर होकर अपने न्यूनतम स्तर 82.42 तक पहुंच गया था. अंत में यह 7 अक्टूबर तक 98 पैसे लुढ़ककर 82.32 पर बंद हुआ. जबकि 30 सितंबर को रुपया 81.34 पर बंद हुआ था.
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