इंदौर। भंवरकुआ (bhanvarakua) फ्लायओवर (flyover) का काम अब तेज गति से हो सकेगा, क्योंकि एक तरफ की भुजा की गर्डर डालने में मंदिर (temple) का शिखर बाधक बन रहा था। कलेक्टर और मंदिर समिति (Collector and Temple Committee) की सूझबूझ से यह कार्य कल सम्पन्न हुआ और मंदिर के शिखर ने विकास को रफ्तार दी, जिससे तय समय में फ्लायओवर का निर्माण पूरा हो सकेगा और लाखों वाहन चालकों को रोजाना के जाम से राहत भी मिलेगी। प्राधिकरण ने बड़ी गंभीरता और पवित्रता के साथ मंदिर के शिखर को हटाने की प्रक्रिया सम्पन्न करवाई। खुद सीईओ आरपी अहिरवार मौके पर मौजूद रहे और विधि-विधान से पूजा भी हुई। अब विश्वविद्यालय ने जो जमीन दी है उस पर जनसहयोग से भव्य मंदिर का निर्माण भी किया जाएगा।
अग्रिबाण ने भी पिछले दिनों यह मुद्दा उठाया था कि इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा जो चारों फ्लायओवरों का निर्माण करवाया जा रहा है उसमें धार्मिक स्थल बाधक बने हुए हैं, जिसमें भंवरकुआ फ्लायओवर भी प्रमुख है, जहां पर बने मंदिर की शिफ्टिंग अभी नहीं हो पाई। हालांकि विश्वविद्यालय ने जमीन दे दी है। कलेक्टर आशीष सिंह लगातार प्रयासरत थे कि फ्लायओवर का काम न रुके और मंदिर की शिफ्टिंग भी हो जाए, जिसके चलते कलेक्टर की बुलाई बैठक में विधायक मधु वर्मा, प्राधिकरण सीईओ श्री अहिरवार के अलावा निगमायुक्त शिवम वर्मा और मंदिर समिति के अजयसिंह चौहान, प्रवीण सिंह, राजेश शर्मा, विष्णु कुशवाह सहित अन्य ने भी शहर विकास में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की और शिखर हटाने पर सहमति दी, जिसके चलते अब फ्लायओवर के निर्माण में कोई बड़ी बाधा शेष नहीं रही।
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