संभल। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के संभल (Sambhal) में कुएं की खुदाई (Digging of well) के दौरान कई मूर्तियों के अवशेष (Remains of statues) मिले हैं। संभल के खग्गू सराय में 1978 के दंगों के बाद से बंद मंदिर को अब खोला गया है। इस मंदिर का नाम सम्भलेश्वर महादेव मंदिर (Sambhaleshwar Mahadev Temple) रखा गया है। इसी मंदिर के पास यह कुआं मिला है। प्रशासन इसकी खुदाई करा रहा है। सोमवार को खुदाई के दौरान भगवान कार्तिकेय की संगमरमर, भगवान गणेश जी और पार्वती जी की मिट्टी की मूर्ति निकली। इसके बाद प्रशासन ने खुदाई का काम रोक दिया। डीएम ने मंदिर और कुएं की कार्बन डेटिंग के लिए एएसआई को पत्र लिखा है।
उधर, संभल के खग्गुसराय में 46 साल के लंबे इंतजार के बाद कार्तिक महादेव मंदिर के कपाट खुलने से लोगों में खुशी का माहौल है। सोमवार को भी मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह से ही श्रद्धालु वहां जुटे हुए हैं। मंदिर मिलने और खोले जाने के बाद से ही यह सिलसिला चल रहा है। श्रद्धालुओं ने रविवार की सुबह भगवान शिव का रूद्राभिषेक किया तो दिन में हनुमान जी को चोला चढ़ाया गया। शाम को हनुमान चालीसा और सुंदरकांड पाठ के साथ ही भगवान को भोग लगाया गया और फिर भंडारे का आयोजन किया गया। कल डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया, एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई समेत कई प्रमुख अधिकारियों ने मंदिर में पहुंचकर पूजा-अर्चना की थी। दूसरी तरफ मंदिर के पास पटे पड़े कुएं की खुदाई कर उसे दस फीट गहरा कर दिया गया। मंदिर पर हुए अतिक्रमण को हटाने का काम भी चल रहा है।
हर दिन हो रहे नए खुलासे
शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुए बवाल के बाद संभल में प्रशासन-पुलिस का सर्च अभियान हर रोज नए खुलासे कर रहा है। शनिवार को अभियान के दौरान खग्गुसराय इलाके में टीम पहुंची थी। जहां टीम को एक मंदिर दिखाई दिया था। जिसकी पड़ताल की तो पता चला कि यह मंदिर 1978 में हुए दंगे के बाद से बंद है। डीएम डा. राजेंद्र पैंसिया ने मंदिर के कपाट खुलवाए तो एएसपी श्रीश्चंद्र और सीओ अनुज चौधरी अंदर घुसे। मंदिर के बाहर कुआं भी था। जिसे खुदाई कर खुलवा दिया गया। इस मंदिर में भगवान शिव और हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित मिली थी। 46 साल बाद मंदिर के कपाट खुलने के बाद हिंदू समुदाय के लोगों में खुशी का माहौल है। सोमवार को सुबह से ही मंदिर पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी हुई है। पूजा-अर्चना का दौर जारी है।
मंदिर का बदल रहा स्वरूप
मंदिर की साफ-सफाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, और कुएं की खुदाई कर उसको गहरा किया जा रहा है जहां से अब मूर्तियों के अवशेष मिले हैं। खुदाई का काम फिलहाल रोक दिया गया है। मंदिर का सुरक्षा तंत्र भी मजबूत किया गया है, क्योंकि अब मंदिर में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और रोशनी से इसे जगमगाया जा रहा है। इसके अलावा, मंदिर के बाहर बनी चहारदीवारी को भी हटा दिया गया है। सुरक्षा के लिए गार्ड भी तैनात किया गया है।
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