- सड़क किनारे गरमा गरम लिट्टी और चौखा शुद्ध घी में मात्र 30 रुपए में उपलब्ध
उज्जैन। भारत के अलग-अलग प्रदेशों के व्यंजन अपने आप में प्रसिद्ध है, जैसे कि मालवा का दाल-बाफला और राजस्थान की दाल-बाटी देश ही नहीं विश्व भर में प्रसिद्ध है। वैसे ही बिहार का प्रसिद्ध व्यंजन लिट्टी-चौखा अब बिहार का ही व्यंजन नहीं रहा। यह धीरे-धीरे पूरे देश में पसंद किया जाने लगा है।
लिट्टी चोखा इतना प्रसिद्ध हुआ कि देश के बड़े शहरों जैसे मुंबई, दिल्ली, इंदौर और अन्य बड़े शहरों में नामी होटल में लिट्टी चोखा तो बनने ही लगा लेकिन कुछ युवा सड़कों पर लिट्टी चोखे का स्टॉल लगाने लगे और सड़क पर मिलने वाला लिट्टी चोखा लोगों को बेहद पसंद आने लगा। धार्मिक शहर उज्जैन में भी अब लिट्टी चोखा का स्वाद पहुँच गया है। उज्जैन चरक अस्पताल रोड पर लगने वाली चौपाटी पर युवक अमन केसवानी ने लिट्टी चोखा का स्टाल लगाया है, जहाँ वह गरमा गरम लिट्टी चोखा शुद्ध घी में मात्र 30 रुपए में सभी को स्वाद दे रहे हैं। लोग भी लिट्टी चोखा काफी पसंद कर रहे हैं। बिहार राज्य का यह पसंदीदा व्यंजन गेहँू के आटे में सत्तू को भरकर आग में पकाया जाता है। इसके बाद इसे देसी घी में डुबोकर सर्व किया जाता है। हालांकि, कई लोग बिना घी में भी डुबोकर खाना पसंद करते हैं, वहीं इसके साथ बैंगन का चोखा खाया जाता है, इसे भी आग में पकाकर टमाटर, मिर्च और मसाले को डालकर तैयार किया जाता है। यह न सिर्फ स्वाद में लाजवाब होता है बल्कि सेहत के लिए फायदेमंद भी माना जाता है।