उज्जैन। बिजली के स्मार्ट मीटर लगातार उज्जैन शहर एवं पूरे प्रदेश भर में लग रहे हैं। प्रदेश के उज्जैन शहर में तकरीबन 76 हजार उपभोक्ताओं के यहाँ स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं, जो की कुल उपभोक्ताओं का 57 फीसदी है। आने वाले दो साल में पूरे उज्जैन शहर में स्मार्ट मीटर लग जाएँगे।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम क्षेत्र बिजली कंपनी में इंदौर खरगोन के बाद उज्जैन भी पूरी तरह स्मार्ट मीटर वाले उपभोक्ता वाला शहर होने जा रहा है। हालाँकि यहाँ की आबादी कम है, लेकिन बिजली कंपनी का यह प्रयास सफल रहा है खासकर पुराने शहर जो कि उज्जैन में सर्वाधिक आबादी वाला क्षेत्र है। यहाँ पर अभी 37 हजार स्मार्ट मीटर लगे हैं और कंपनी का दावा है कि वर्ष 2026 पूरा होने से पहले उज्जैन शहर के करीब 1 लाख 33 हजार उपभोक्ताओं के यहाँ पूरी तरह स्मार्ट मीटर लगा दिए जाएँगे। हालांकि यह इतना आसान नहीं लगता तकरीबन 5 सालों से ज्यादा समय में उज्जैन शहर में 57 फीसदी स्मार्ट मीटर लगे हैं और अब आगामी दो साल में शत-प्रतिशत स्मार्ट मीटर लगाना आसान नहीं है। कंपनी की ओर से इसमें प्रयास तेज किया जा रहे हैं और तय समय में काम पूरा करने का दावा भी किया जा रहा है।
स्मार्ट मीटर से 50 फीसदी चोरी रुकी
बिजली के स्मार्ट मीटर की खासियत यह है कि इसमें रीडिंग लेने के लिए बिजली कंपनी के लाइन स्टाफ घर-घर पहुँचने की आवश्यकता नहीं होती। मुख्यालय में बने कंट्रोल रूम में ऑटोमेटिक रीडिंग हो जाती है, वहीं बिल नहीं भरने की दशा में बत्ती गुल भी यहीं से कर दी जाती है। उपभोक्ता को यह लाभ है कि वह अपने मोबाइल से इसे कनेक्ट कर सकता है और कहीं भी बैठे-बैठे अपने घर की बिजली खपत देख सकता है।
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