नई दिल्ली (New Delhi)। चालू सीजन (current season) में चीनी का उत्पादन (sugar production decrease) घटने की वजह से दाम ऊंचे ही रहने के अनुमान (Sugar prices high expected) लगाया जा रहा है। यही नहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार (International market) में चीनी के दामों में तेजी जारी है। ऐसे में भारत (India) से चीनी निर्यात (Chinese export) बढ़ने की संभावनाएं भी घट रही हैं। जानकारों की राय में देश में चीनी के दामों पर लगाम रखने के लिए सरकार के पास यही सार्थक उपाय बचा रहा गया है।
इक्रा की रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल-जुलाई 2023 के बीच घरेलू चीनी के दाम 36 रुपए प्रति किलो हुआ करते थे। ये अगस्त से सितंबर 2023 के दौरान 37 से 39 रुपए प्रति किलो तक हो गई है। इसके पीछे मांग में तेजी और आपूर्ति में कमजोरी को वजह माना जा रहा है। ऐसे में इसके आने वाले दिनों में बढ़ने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है।
औसतन पूरे साल में 35.6 रुपए प्रति किलो
रिपोर्ट में बताया गया है कि घरेलू चीनी उत्पादन 15 सितंबर 2023 तक 32.76 मिलियन टन के करीब रहा है जो पिछले चीनी सीजन से कम है। उत्पादन घटने के पीछे महाराष्ट्र में असमान बारिश की वजह से गन्ने का कम उत्पादन वजह रही है। आकलन के मुताबिक चीनी के उत्पादन वर्ष 2023 में औसतन उत्पादन पिछले साल के मुताबिक कम हुआ है। घरेलू चीनी के दाम औसतन पूरे साल में 35.6 रुपए प्रति किलो रहे हैं जो पिछले साल यानी वर्ष 2022 से ज्यादा हैं।
चीनी के दामों को तेजी से बढ़ने को रोकने के लिए सरकार कर रही उपाय
जानकारों की राय में सरकार लगातार चीनी के दामों को तेजी से बढ़ने न देने की दिशा में कदम उठा रही है। आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ योगेंद्र कपूर ने बताया कि कम उत्पादन को देखते हुए पिछले साल के मुताबिक इस साल सरकार निर्यात पर काबू करना शुरू किया है। साथ ही चीनी मिलों से भी रोजाना बिक्री की रिपोर्ट लेनी शुरू कर दी है। इन कदमों से खास तौर पर वैश्विक चिंताओं की वजह से बढ़ सकने वाली चीनी की कीमतों पर अंकुश लगा है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved