- अभ्युदयपुरम गुरुकुल प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में आचार्य पदवी अर्पण आज-कवि शैलेष लोढ़ा को जैन काव्य अलंकरण
उज्जैन। अभ्युदयपुरम गुरुकुल में चल रहे प्राण प्रतिष्ठा पंचकल्याणक महोत्सव में बुधवार को राजा अश्वसेन दरबार में पाश्र्वनाथ प्रभु का विवाह संस्कार एवं मायरा प्रसंग का मंचन हुआ। विवाह की खुशी में वहां मौजूद लोगों ने बारात निकाली तथा प्रभावती रानी से उनका विवाह बंधन हुआ। आयोजन के दौरन दोपहर में महिला सांझी कार्यक्रम हुआ जिसमें सभी महिलाओं ने मेहंदी रचाई एवं सजे धजे परिधानों में आकर्षक प्रस्तुतियां दी। देर शाम आध्यात्मिक कवि सम्मेलन हुआ जिसमें कवि शैलेष लोढ़ा को जैन काव्य अलंकरण प्रदान किया गया। आज सुबह 9 बजे तीर्थ परिसर से रथयात्रा निकाली गई एवं 10 बजे अचल मुक्ति सागरजी का आचार्य पद अर्पण कार्यक्रम आयोजित हुआ। अभ्युदयपुरम जैन गुरुकुल के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में गुरुवार को श्वेतांबर जैन समाज के 30 महिला मंडलों ने सजे धजे परिधानों में लाइट एंड साउंड के बीच प्रभु भक्ति एवं विभिन्न प्रसंगों की मनभावन प्रस्तुतिया दी।
प्रतिष्ठाचार्य नरदेव सागर सूरीजी, मुक्ति सागर सुरीश्वरजी, चंद्ररत्न सागरजी की मौजूदगी में चल रहे महोत्सव में हजारों समाजजन उमड़ रहे है। मैनेजिंग ट्रस्टी विजय सुराणा एवं मीडिया प्रभारी डॉ. राहुल कटारिया के अनुसार श्री कल्याण मंदिर नवग्रह महातीर्थ के 22 बीघा परिसर में बसाई वाराणसी नगरी में महोत्सव की धूम मची हुई है। इस दौरान समिति के मफतलाल संघवी, विजय सुराणा, सुभाष दुग्गड, संजय जैन खलीवाला, संजय संघवी, प्रियेश जैन, एडवोकेट चिराग बांठिया, बृजेश श्री श्रीमाल, अनिल जैन कालूहेड़ा, संतोष मेहता, राकेश नाहटा, शीतल चत्तर सहित अन्य समाजजन मौजूद रहे। कवि सम्मेलन में हेमंत श्रीमाल, नरेंद्र पॉल जैन, दिव्य कमल ध्वज चंचू पुणे, णमोकार जैन अजमेर , सोनल जैन सूरत, अंकित जैन मुंगावली, दिनेश अनल शाजापुर, पुलकित जैन मुंबई, सुगनचंद जैन आदि ने देर रात तक काव्य पाठ किया। महोत्सव के लिए जैन समाज कि कई प्रमुख हस्तियों सहित गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, दक्षिण भारतीय प्रांत, उत्तर प्रदेश, बिहार, उडि़सा, पंजाब सहित मप्र के विभिन्न शहरों से समाजजन पहुंच रहे है।