नई दिल्ली (New Delhi)। आपने निठारी के शैतान (devil of Nithari) सुरेंद्र कोली (Surendra Koli) के बारे में सुना होगा। यह उससे भी भयानक और खूंखार (terrible and dreadful) था। इसकी शक्ल देखकर इसकी हैवानियत और शैतानी सोच का अंदाजा लगाना मुश्किल है। महज 23 साल की उम्र में इसने पहली वारदात को अंजाम दिया। अमेरिका के इस कुख्यात सीरियल किलर (notorious serial killer) का नाम- थियोडोर रॉबर्ट बंडी (Theodore Robert Bundy) है। इसने 30 से अधिक महिलाओं को अपना शिकार बनाया था। इस किलर को टेड बंडी के नाम से भी जाना जाता था। 80 के दशक में महिलाओं के दिल में इसका खौफ था। यह सुंदर महिलाओं से फ्लर्ट करता फिर मौका पाकर रेप के बाद मर्डर और फिर कई दिनों तक शव के साथ शारीरिक संबंध बनाना इसका शौक था। निशानी के तौर पर यह सिर को धड़ से अलग करके शो केस में सजाकर भी रखता था। शव से संबंध बनाने से पहले शवों पर मेकअप भी करता था। दो बार से जेल से फरार हुए इस साइको किलर को कोर्ट ने इलेक्ट्रिक चेयर पर बैठाकर करंट से मौत की सजा सुनाई थी। जब ये मरा तो जश्न के मारे लोगों ने जमकर पटाखे फोड़े थे। जानते हैं इस सीरियल किलर की कहानी…
मानवीय इतिहास में कई खूंखार सीरियल किलर हुए हैं। इनमें में एक था- टेड बंडी उर्फ थियोडोर रॉबर्ट बंडी। अमेरिका के इस कुख्यात सीरियल किलर थियोडोर रॉबर्ट बंडी का जन्म 24 नवंबर 1946 को बर्लिंगटन में हुआ था। यह पहले महिला या लड़की का अपहरण करता था। फिर उन्हें अपनी हवस का शिकार बनाता था और फिर जान से मार देता था। इस साइको किलर के सनकीपन का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यह शवों के साथ कई दिनों तक शारीरिक संबंध बनाता था, जब तक शव सड़ न जाए या कोई जानवर उसे अपना शिकार न बना दे।
महिलाओं से फ्लर्टिंग भी
80 के दशक में इसका इतना खौफ था कि इसके नाम से भी लोग डरते थे। रिपोर्ट बताती है कि इसके निशाने पर अक्सर महिलाएं ही होती थी और इसने 30 से ज्यादा महिलाओं को अपना शिकार बनाया था। 1971 से पहले इसके अपराध का कोई रिकॉर्ड नहीं था लेकिन, 1974 से 1978 तक इसने अमेरिका के कई शहरों में संगीन वारदातों को अंजाम दिया था। यह दिखने में काफी हैंडसम था और इसलिए अक्सर महिलाएं इसके चंगुल में फंस जाती थी। यह उनसे फ्लर्ट करता था और फिर अपने मंसूबों को अंजाम दिया।
कटे सिर शोकेस पर रखने का शौक
टेड बंडी इस कदर साइको था कि उसने अपने घर में 12 से अधिक महिलाओं के कटे हुए सिर शोकेस में इस कदर संभाल कर रखे थे, मानो कोई ट्रॉफी हो। मीडिया रिपोर्ट कहती है कि उसने पहली वारदात की कोशिश 23 साल की उम्र में 1969 को की। उसने महिला का अपहरण का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हो पाया। यह बात उसने अपने एक दोस्त निल्सन को बताई थी। हालांकि पुलिस अधिकारी ऑफ रिकॉर्ड बताते हैं कि उसने 1969 में अटलांटिक सिटी में दो महिलाओं के साथ दरिंदगी की और फिर हैवानियत की सारी हदें पार कर दी थी। यह उसका पहला क्राइम था। लेकिन, इसका कोई आधिकारिक रिकॉर्ड नहीं मिलता है।
इसक सीरियल किलर की वारदातों का जिक्र करें तो एक बार इसने एक महिला के घर में चोर की तरह एंट्री ली। वह सो रही थी। पहले सिर पर हमला कर बेहोश किया। फिर लोहे की छड़ी से ऐसी दरिंदगी दिखाई कि वह महिला हमेशा के लिए विकलांग हो गई। इसने 10 से अधिक महिलाओं के घर पर घुसकर वारदातों को अंजाम दिया था।
मौत पर जेल के बाहर फोड़े गए पटाखे
टेड बंडी को पहली बार 16 अगस्त 1975 को गिरफ्तार किया था। लेकिन 7 जून 1977 को वह जेल से भाग निकला। 13 जून को फिर गिरफ्तार हुआ लेकिन, 30 दिसंबर 1977 को फिर फरार हो गया। 15 फरवरी को इसे फिर पकड़ा गया और जनवरी 1989 को इसे मौत की सजा सुनाई गई। इसे फ्लोरिडा के जेल में सवेरे 7 बजे इलेक्ट्रिक चेयर पर बैठाकर करंट देकर मौत दी गई। इसकी मौत पर जेल के बाहर जश्न में पटाखे फोड़े गए थे।
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