अयोध्या: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है. दिसंबर 2023 तक यहां राम मंदिर बनकर तैयार होगा, जिसके बाद जनवरी 2024 तक भगवान अपने गर्भ गृह में विराजमान हो जाएंगे. ऐसे में अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है.
इसको देखते हुए सरकार निरंतर अयोध्या के विकास को लेकर कार्य कर रही है. इस कड़ी में अब रामनगरी में विश्व की सबसे ऊंची 251 मीटर राजा राम की प्रतिमा लगाने की भी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. इसका मिर्माण गुजरात के केवड़िया में स्थित स्टैचू ऑफ यूनिटी बनाने वाले पद्मश्री से सम्मानित मूर्तिकार अनिल सुतार करेंगे.
बता दें कि, अभी विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा सरदार वल्लभ भाई पटेल के रूप में स्टैचू ऑफ यूनिटी है. यह 182 मीटर ऊंची है. बीजेपी की डबल इंजन की सरकार की योजना अयोध्या को विश्व के मानचित्र पर स्थापित करने की है.
इसके तहत यहां अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, अंतरराज्यीय बस स्टेशन और अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन बन कर लगभग तैयार हो गया है. वहीं, पिछले दिनों अयोध्या में नेशनल हाइवे के किनारों को भगवान राम के बाल्य अवस्था से लेकर राज्याभिषेक तक की मूर्तियों से सजाया और संवारा गया था.
251 मीटर लंबी होगी राजा राम की मूर्ति
मूर्तिकार अनिल सुतार ने बताया कि वर्ष 2018 में सरयू नदी के किनारे भगवान राम की भव्य मूर्ति बनाने का कॉम्पीटिशन रखा गया था. इसमें बहुत से कलाकारों ने हिस्सा लिया था और अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए मूर्तियां बनाई थी. प्रतियोगिता में मेरी बनाई मूर्ति चिन्हित की गई थी जिसका सेलेक्शन प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था.
वो यह भी बताते हैं कि मूर्ति लगाने के लिए जमीन की तलाश की जा रही है. जहां बिल्डिंग के ऊपर एक मंदिर बने. अयोध्या में जो मूर्ति बनेगी वो 251 मीटर लंबी होगी. इसमें 51 मीटर बिल्डिंग होगी जिसका स्वरूप मंदिरनुमा होगा और उसके ऊपर 200 मीटर ऊंची मूर्ति होगी.
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