गोवा में टूटती शादियों और तलाक की बढ़ती घटनाओं को लेकर राज्य सरकार चिंतित है। ऐसे में गोवा सरकार ने तलाक के मामलों को रोकने के लिए विवाह से पहले शादी(wedding) वाले जोड़े की काउंसलिंग कराने का फैसला किया है। जो कि विवाह के रजिस्ट्रेशन और शादी से करीब 15 दिनों के बीच होगा। गोवा के कानून मंत्री (Law minister) नीलेश काब्राल (Nilesh Cabral) ने सोमवार को इस बात की घोषणा की।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, कानून मंत्री नीलेश काब्राल ने कहा कि विवाह का टूटना चिंता का विषय है। दो-चार महीने, एक साल या तीन साल में कई शादियां टूट रही हैं। इसको लेकर कानून विभाग और हम चिंतित थे। काब्राल ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि तलाक की संख्या या विवाह के टूटने के आधिकारिक आंकड़े विभाग की ओर से जुटाए गए थे, लेकिन यह तुरंत उपलब्ध नहीं था।
प्री काउंसलिंग सेशन करने का फैसला
कानून मंत्री नीलेश काब्राल ने कहा कि विवाद के टूटने को नोटिफाइड किया जाना चाहिए। यदि आप गोवा के गजेटियर में जाते हैं, तो आप देखेंगे कि हर 15 दिनों में कम से कम 10-15 शादियां टूट जाती हैं। उन्होंने कहा कि रजिस्ट्रेशन विभाग ने सामाजिक जिम्मेदारी के रूप में विवाह से पहले प्री काउंसलिंग सेशन करने का फैसला किया है।
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शादी वाले जोड़ों को बताएंगे उनकी जिम्मेदारी
काब्राल ने कहा कि हमें साइन करने से पहले और बाद में कपल के साथ बातचीत की जिम्मेदारी लेनी चाहिए और उन्हें बताना चाहिए कि एक-दूसरे के प्रति उनका कर्तव्य क्या है? उनके बच्चों के प्रति उनकी जिम्मेदारियां क्या हैं? उनके ससुराल वालों के प्रति उनके कर्तव्य क्या हैं? इसके लिए हमने एक छोटा कार्यक्रम बनाया है।
सभी धर्मों के जोड़ों के लिए काउंसलिंग सेशन शुरू करेगी सरकार
कानून मंत्री ने कहा कि प्री काउंसलिंग सेशन आधे दिन का क्लास रूम प्रोग्राम होगा और इसमें शामिल होने के तुरंत बाद कपल्स (Couples) को उनका मैरिज सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा। काब्राल ने कहा कि गोवा में कैथोलिक समुदाय के लिए पहले से ही चर्च की ओर से शादी वाले जोड़े के लिए विवाह से पहले काउंसलिंग की व्यवस्था है। हालांकि, सरकार अब सभी धर्मों के जोड़ों के लिए काउंसलिंग सेशन (Counseling session) शुरू करेगी और यह गोवा में पहली बार होगा।
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