इंदौर। नगर निगम राजस्व विभाग (Municipal Revenue Department) ने अब तक 570 करोड़ का राजस्व शहर से सम्पत्ति कर और जल कर के रूप में वसूल लिया है। अब मार्च (March) में 100 करोड़ का टारगेट लेकर राजस्व विभाग (Revenue Department) की टीमें फिर जब्ती-कुर्की अभियान शुरू करने वाली है। 20 फरवरी से अभियान के तहत बड़े बकायादारों पर शिकंजा कसेंगे।
नगर निगम (Municipal Corporation) ने बड़े बकायादारों के यहां वसूली को लेकर प्लानिंग शुरू कर दी है। कई बड़ी सम्पत्तियों की मौके पर पड़ताल के लिए झोनल अधिकारियों के साथ-साथ राजस्व अधिकारियों (Revenue Officers) को भी इस बार जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, ताकि मौके पर मौजूदा सम्पत्ति की स्थिति स्पष्ट हो सके। निगम ने पिछले कुछ वर्षों से बकायादारों पर शिकंजा कसने के लिए यह पैंतरा अपनाया है, जिसके तहत मौके पर निगम का अमला सम्पत्ति की छानबीन करने पहुंचता है और वहां व्यावसायिक और आवासीय गतिविधियों का पता लगाने के साथ उसी मान से पेनल्टी लगाकर राशि वसूली जाती है। निगम राजस्व विभाग (Municipal Revenue Department) के अधिकारियों के मुताबिक अब तक इस वर्ष में 570 करोड़ रुपये जल कर और सम्पत्ति कर के मिल चुके हैं, जबकि अभी भी कई बड़े बकायादार हैं, जिन पर लाखों की राशि बकाया है। इन्हें नोटिस देकर राशि जमा करने को कहा जा रहा है, अन्यथा मार्च के पहले से यह अभियान शुरू कर वहां कार्रवाइयां की जाएंगी। इस बार निगम मार्च में 100 करोड़ राजस्व वसूलने का टारगेट लेकर मैदान संभालेंगे। दो दिन पहले ही निगम ने अपने मार्केटों और लायसेंसों के लिए राजस्व अधिकारियों की टीमें सभी 19 झोनलों पर तैनात कर दी हैं, ताकि वसूली कार्य तेजी से हो सके।
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