इंदौर (Indore)। बीते कुछ दिनों से धुआंधार बारिश और मौसम की मार से ग्रामीण क्षेत्रों व निचले इलाके में फंसे 300 से अधिक लोगों की जान बचाने और लगभग 500 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने में एसडीआरएफ के 112 जवानों ने अपनी जान की परवाह किए बिना दिन-रात एक कर दिया। कलेक्टर ने सभी को पांच-पांच हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी।
लगातार बारिश के दौरान महू, देपालपुर, सांवेर सहित कई ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीणों के फंसने और जलजमाव की स्थिति के दौरान जान आफत में आने के दौरान जिला प्रशासन के अधिकारियों सहित एसडीआरएफ व होमगार्ड के 112 जवान दिन-रात एक कर लोगों की जान बचाते रहे। बारिश में कई मौकों पर ऐसी स्थिति भी बनी, जहां खुद की जान जोखिम में डालकर भी लोगों को पानी से बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाना पड़ा। लेकिन इन जवानों ने कुशलता के साथ न केवल लोगों की जान बचाई, बल्कि उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। 300 से अधिक लोगों को जहां गहरे पानी में से निकाल लाए, वहीं 500 ऐसे लोग थे, जो डूब क्षेत्र में रहने के कारण पानी से घिर रहे थे, उन्हें भी वक्त रहते सुरक्षित किया गया। कलेक्टर ने कुशलता के साथ किए गए रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल सभी जवानों को पांच-पांच हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि से पुरस्कृत किया। ज्ञात हो कि होमगार्ड के 70 व एसडीआरएफ के 42 जवान रेस्क्यू में शामिल थे, जिन्हें लगभग साढ़े तीन लाख रुपए का इनाम दिया गया है।
राजस्व विभाग करेगा सर्वे
बारिश थम जाने के बाद अब किसानों की खेती के नुकसान के साथ भारी बारिश में गिरने की स्थिति में आ चुके मकानों की भी जांच की जाएगी। कलेक्टर ने राजस्व विभाग के अमले को निर्देशित किया है कि अपने-अपने क्षेत्र में जाकर न केवल घरों की जांच करें, बल्कि ऐसे ग्रामीण क्षेत्र, जहां फसलों की बर्बादी सबसे ज्यादा हुई है, उसका सर्वे भी किया जाए। जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपने के निर्देश देते हुए कलेक्टर इलैया राजा टी ने कहा है कि सूची बनाकर मुआवजा दिलवाया जाए।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved