राजेश मिश्रा।
इन्दौर। जेल के अंदर कैदियों की एक एक गतिविधियों की जानकारी अब चलते फिरते कैमरों में दर्ज होगी। जेल के अंदर ड्यूटी देने वाले जवानों को जेल मुख्यालय अब बॉडी वार्न कैमरा उपलब्ध कराने जा रहा है। जिसके बाद जवान जेल में चलते फिरते ही कैदियों सहित जेल में चलने वाली तमाम तरह की गतिविधियों को अपनै कैमरे में रिकार्ड कर सकेगा। प्रयोग के तौर पर इंदौर और भोपाल की सेंट्रल जेल को सबसे पहले उपलब्ध कराए जा रहे हैं। हाल ही में उत्तरप्रदेश की योगी सरकार ने उत्तरप्रदेश की सभी जेलों को बॉडी वार्न कैमरा उपलब्ध कराए हैं। लाखों रुपए की कीमत वाले कैमरे की खूबी है कि इसे जवानों के गले में टांगा जा सकता है और चलते फिरते ड्यूटी करते हुए ही कैदियों सहित जेल की तमाम गतिविधियां कैमरे में कैद हो जाती है, चूंकि उत्तरप्रदेश की जेलों में कई बड़े अपराधी सजा काट रहे हैं और कई बार इनके जेल के अंदर ही पार्टी मनाते हुए वीडियो भी वायरल होते हैं। इस तरह की गतिविधियों को रोकने के लिए यहां की जेलों में बॉडी वार्न कैमरा का प्रयोग काफी सफल रहा है। इस बात की जानकारी मिलने के बाद जेल डीजी संजय चौधरी ने भी एक अधिकारियों का दल उप्र भेजा और इस तरह के कैमरों को मध्यप्रदेश की जेलों में लगाने का निर्णय लिया। जेल के सूत्रों ने बताया कि जिस कंपनी ने उप्र की जेलों में इस तरह के कैमरे लगाए हैं, उनके अधिकारियों से मूुलाकात भी की और इसी तरह के कैमरे मप्र की जेलों में लगाने को लेकर उनसे बात की। दोनों वर्ग में चर्चा होने के बाद अभी प्रयोग के तौर पर इंदौर और भोपाल की सेंट्रल जेल में इस तरह के बॉडी वार्न कैमरा का प्रयोग किया जाएगा और यह प्रयोग सफल रहा तो इसे प्रदेशभर की सेंट्रल, जिला और उपजेलों मे भी उपलब्ध कराया जाएगा।
अभी मुख्यालय से ही बैठे बैठे पूरे प्रदेश की जेलों की निगरानी होती है
वैसे तो प्रदेशभर की जेलों में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए कई तरह के प्रयोग किये हैं, जिसके चलते जेल की एक एक गतिविधियों की जानकारी भोपाल में बैठे अधिकारी टीवी स्क्रीन पर बैठे बैठे देख रहे हैं। दरअसल प्रदेशभर की जेलों में निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और इनका सीधा कनेक्शन भोपाल मुख्यालय से जोड़ा गया है। भोपाल मुख्यालय में अत्याधुनिक सुविधा वाला कंट्रोल रूम है और कंट्रोल रूम में बैठे बैठे ही प्रदेशभर की जेलों में क्या क्या चल रहा है, इसकी जानकारी अधिकारी बैठे बैठे देख लेते हैं। बॉडी वार्न कैमरा का प्रयोग होने से जेल के अंदर की गतिविधियों की रिकार्डिंग भी अब होने लगेगी।
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