अयोध्या। अयोध्या (Ayodhya) में श्रीरामजन्मभूमि (Shri Ram Janmabhoomi) पर बने भव्य मंदिर के प्रथम तल पर रामदरबार समेत परिसर में 18 मंदिरों के मूर्तियों की प्राण-प्रतिष्ठित (Consecration of idols) जून माह में प्रस्तावित है। रामलला की प्राणप्रतिष्ठा के बाद द्वितीय आयोजन में भी रामभक्तों की अधिक संख्या होने का अनुमान है। एक सप्ताह के भीतर निर्माण कंपनी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सहित रेलवे के कई अधिकारियों का दौरा अयोध्या धाम जंक्शन परिसर में हो चुका है। इसके बाद ही मंदिर की तरह बने स्टेंशन भवन परिसर में अब भगवान राम और हनुमान सहित शुभ चिन्ह लगाए जा रहे हैं।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट द्वारा रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन 22 जनवरी 2024 को किया गया था। जिसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालु रामनगरी पहुंचे थे। एक वर्ष बाद एक बार फिर श्री राम जन्मभूमि परिसर में द्वितीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन होना है। तीन दिवसीय अनुष्ठान में तीर्थ क्षेत्र के सभी ट्रस्टीज सहित देश के प्रमुख संतों महंतों के साथ प्रमुख लोगों की मौजूदगी होने की सूचना है। इस दैरान रामभक्तों की अधिक संख्या के भी पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है। रेलवे के अधिकारियों द्वारा एक सप्ताह में किये गए निरीक्षण इस बात की तरफ इशारा कर रहे हैं। बीते गुरुवार को निर्माण कंपनी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक राहुल मिथल और रेलवे के कई अन्य अधिकारियों ने पूरे स्टेशन परिसर का निरीक्षण किया।
इसके दो दिन बाद डीआरएम एसएस शर्मा और रेलवे बोर्ड के सदस्य बृजमोहन अग्रवाल ने भी भीड़ प्रबंधन और सुविधा को लेकर दिशा निर्देश जारी किए। सूत्रों के मुताबिक रेलवे के अधिकारी प्रथम प्राण प्रतिष्ठा और कुंभमेले के दौरान रामनगरी में हुई भीड़ से सबक लेकर यात्रियों की सुविधा , सुरक्षा और परिसर की खूबसूरती को लेकर वृहद स्तर पर खाका खींच रहे हैं। प्रयागराज में महाकुंभ से अयोध्या धाम में आई बेपनाह भीड़ को देखते हुए रेलवे अफसर कोई चूक नहीं होने देना चाहते हैं। अफसरों ने स्टेशन पर भीड़ नियंत्रण के लिए बाहर से भी फोर्स बुलाने पर विचार कर रहा है।
जंक्शन के भवन में प्रभु राम व हनुमान की आकृति लगी
एक तरफ रामजन्मभूमि परिसर में राम दरबार सहित अन्य मंदिरों में मूर्तियों के प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी चल रही है तो वहीं दूसरी तरफ मंदिर की तरह बने अयोध्या धाम जंक्शन के भवन में स्थाई रूप से भगवान राम, हनुमान जी और अन्यके शुभचिन्ह लगाए जा रहे हैं। यह सभी फाइबर ग्लास कंपोजिट मार्बल से बने हुए हैं। दूर से देखने पर पीतल के ऊपर उकेरी गई आकृति लगती है।
ट्रेन से उतरने के बाद बड़े हॉल में प्रवेश करते ही यात्रियों को आदम कद की दो आकृति भगवान राम और हनुमान की दिखाई देगी।इस भवन से बाहर निकलते ही हिंदू धर्म के चिन्ह मोर, स्वास्तिक, सूर्य, ओम और मछली की आकृति दिखेगी जो यात्रियों की धार्मिक यात्रा को और मजबूती देने वाली साबित होगी। पहली प्रतिष्ठा समारोह में धाम को सुंदर बनाया गया।
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