नई दिल्ली । अरब सागर (Arabian Sea) में आज से मालाबार युद्धाभ्यास (Malabar Exercise) का दूसरा फेज (second phase) शुरू हो चुका है. पहले फेज की ही तरह इस बार भी चारों क्वाड देश भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया की नौसेना इसमें शामिल हैं. दूसरे फेज के मालाबार युद्धाभ्यास में आईएनएस विक्रमादित्य के साथ नौसेना का एयरक्राफ्ट कैरियर, अमेरिकी नौसेना का यूएसएस निमित्ज, जापान और ऑस्ट्रेलिया का युद्धपोत भी शामिल है.
इनके अलावा कैरियर बैटल ग्रुप के दूसरे युद्धपोत, फाइटर जेट्स, हेलीकॉप्टर्स और सबमरीन भी युद्धाभ्यास करते दिखेंगे. कोरोना के चलते जीरो कॉन्टैक्ट फॉरमेट में ही ये युद्धभ्यास किया जा रहा है. ये युद्धाभ्यास ऐसे समय में किया जा रहा है जब पिछले 6 महीने से भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में सीमा पर गतिरोध चल रहा है. सीमा पर गतिरोध के चलते दोनों देशों के रिश्तों के बीच तनाव बढ़ गया है. मालाबार युद्धाभ्यास का दूसरा फेज शुक्रवार 20 नवंबर तक चलेगा.
बता दें कि मालाबार युद्धाभ्यास का पहला फेज इसी महीने 3 नवंबर से 6 नवंबर के बीच विशाखापट्टनम में आयोजित हुआ था. ऐसा पहली बार था कि जब भारतीय नौसेना के साथ अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया की नौसेनाएं एक साथ युद्धभ्यास में शामिल हुईं हैं. ऑस्ट्रेलिया ने पहली बार इस युद्धाभ्यास में हिस्सा लिया था. चीन की कड़ी आपित्तयों के बावजूद चीन इस युद्धाभ्यास में हिस्सा ले रहा है.
गौरतलब है कि मालाबार युद्धाभ्यास की शुरुआत सबसे पहले साल 1992 में हुई थी, तब भारत और अमेरिका ही इसका हिस्सा थे. साल 2015 में इसमें जापान भी जु़ड़ गया और अब 2020 में ऑस्ट्रेलिया भी इसका हिस्सा हो गया. चारों देश के एक साथ युद्धभ्यास करने से चीन की चिंता बढ़ गई हैं. रक्षा मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा, कि भारत दूसरे देशों के साथ समुद्री क्षेत्र में भी सहयोग बढ़ाना चाहता है, जिससे सुरक्षा के साथ आपसी सहयोग भी बढ़ेगा.
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