नई दिल्ली: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve bank of india) जल्द ही गोल्ड लोन के नियमों में बदलाव करने जा रहा है. फिच रेटिंग्स के अनुसार RBI इसके लिए जल्द ही नई गाइडलाइंस पेश करेगा, जिससे गोल्ड लोन में स्पष्टता और पारदर्शिता आएगी. फिच रेटिंग्स के अनुसार गोल्ड लोन के बिजनेस के छोटे खिलाड़ियों को नई गाइडलाइन से थोड़ी मुश्किल हो सकती है, लेकिन मुथूट फाइनेंस लिमिटेड और मणप्पुरम फाइनेंस लिमिटेड जैसे बड़े गोल्ड लोन देने वाले प्लेयर्स के लिए ये गाइडलाइंस अच्छे अवसर ला सकती है.
15 अप्रैल यानी मंगलवार को शेयर बाजार में RBI की गोल्ड लोन गाइडलाइन के आने का फायदा भी मिला. जहां मुथूट फाइनेंस के शेयर दोपहर 2 बजे के आसपास 1.6% की तेजी के साथ 2038.70 पर ट्रेंड कर रहे थे, वहीं मणप्पुरम के शेयर भी 1.06% की तेजी के साथ 225.80 पर ट्रेंड कर रहे थे.
फिच रेटिंग्स के अनुसार गोल्ड लोन पर जो RBI की नई गाइडलाइन आएगी उससे इस सेक्टर में जो अनिश्चितता है वो खत्म होगी. साथ गोल्ड लोन सेक्टर में तेजी के साथ मजबूती आएगी, लेकिन इस सबके बीच RBI की नई गाइडलाइन से कागजी कार्रवाई थोड़ी बढ़ेगी और इस असर गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थाओं (NBFI) पर पड़ेगा. आपको बता दें पिछले हफ्ते RBI की मॉनिटरिंग पॉलिसी की बैठक हुई थी, जिसमें RBI के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने गोल्ड लोन पर आने वाली नई गाइडलाइन के बारे में जानकारी दी थी. साथ ही उन्होंने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती भी की थी.
अभी गोल्ड लोन देने वाली कंपनी लोन टू वैल्यू (LTV) रेशियों का पालन नहीं करती हैं. साथ ही कुछ गोल्ड लोन देने वाली कंपनी ग्राहकों की तरफ से गिरवी रखी जाने वाली गोल्ड ज्वैलरी के स्टोरेज के लिए फिनटेक एजेंट्स और थर्ड पार्टी कंपनियों की सर्विस लेती हैं, लेकिन पहले ये काम गोल्ड लोन कंपनियां खुद ही करती थी. आपको बता दें गोल्ड लोन में थर्ड पार्टी के इंवॉल्वमेंट को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ठीक नहीं मानता. इसलिए भी RBI गोल्ड लोन पर नई गाइडलाइन लाने की तैयारी कर रही है.
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