इंदौर। महू (Mhow) तहसील के अंतर्गत चोरल (Choral) में कई महीनों से चल रहे रिसोर्ट (Resort) के निर्माण के दौरान बनाए गए 8 कॉटेजों में से एक कॉटेज की छत (Cottage Roof) गिरने से वहां सो रहे पांच मजदूरों की मौत (Five Workers Died) हो गई, जिनके शव निकाल लिए गए हैं। मलबे में दो और मजदूरों के दबे होने की आशंका है। घटना देर रात में हुई बताई जाती है, जिसकी जानकारी सुबह लगी।
मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार ओमप्रकाश पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि निर्माणाधीन कॉटेज में पवन पिता भंवरलाल पांचाल, हरिओम पिता रमेश, गोपाल पिता बाबूलाल प्रजापत, अजय पिता रमेश व राजा नामक मजदूर काम करने के बाद यही सो गए थे। मरने वाले सभी मजदूरों की उम्र 27 साल से 50 साल के बीच है। पांच शव अब तक निकले जा चुके हैं। हालांकि ठेकेदार के बेटे के अनुसार दो और मजदूरों के अंदर होने की आशंका है जिनकी तलाश के लिए मलबा हटाया जा रहा है।
मौके पर मौजूद पटवारी प्रकाश सोनी ने बताया कि उक्त भूमि ममता पति कन्हैया लाल और अनाया पति भरत डेमला के नाम पर दर्ज है। फार्म हाउस बनाने के लिए सभी मजदूर इंदौर से ही वहां पर गए थे। कल दिनभर काम करने के बाद मजदूर रात में खाना खाकर निर्माणाधीन छत के नीचे ही सो गए। छत गिरने पर सभी मजदूर दब गए और रात में किसी को पता भी नहीं चला। सुबह जब गांव के कुछ लोग वहां से गुजरे तो उन्हें हादसे की जानकारी मिली। इसके बाद एंबुलेंस को बुलवाया गया और मलबा हटाने का काम शुरू हुआ। रिजॉर्ट में आठ कॉटेज बनाए जा रहे थे जिनमें लोहे का स्ट्रक्चर खड़ा कर उस पर कांक्रीट की छत भरने का कार्य किया जा रहा था। यहां चार कॉटेजों की छत पहले ही भरी जा चुकी थी वहीं कल जब पांचवें कॉटेज की छत भरी गई तो गिर गई, जिसमें सोते मजदूर दब गए।
रातभर हुई तेज बारिश से धंसी एंगल पर बनी छत
इंदौर में गुरुवार को रातभर तेज बारिश भी हुई। निर्माणाधीन छत इसी वजह से गिरने की संभावना जताई जा रही है। छत को लोहे के एंगल पर बनवाया जा रहा था। एंगल झुकने से छत गिर गई। लोहे के एंगल छत के सीमेंट-कांक्रीट का भार नहीं सह सके, इस वजह से हादसा हुआ। घटना के समय रिसोर्ट का कोई मालिक या जिम्मेदार व्यक्ति मौके पर मौजूद नहीं था, इस कारण घटना की तत्काल जानकारी नहीं मिल सकी। जब सुबह ग्रामीणों को पता चला तो उन्होंने पुलिस और प्रशासन को खबर पहुंचाई। यदि तत्काल घटना की जानकारी मिल जाती तो संभव था कि किसी मजदूर को बचाया जा सकता था।
रक्षाबंधन के चलते मजदूर छुट्टी पर थे, अन्यथा 20 से ज्यादा मौतें होतीं
कुछ गांव वालों ने यह भी बताया कि यहां लगभग 20 मजदूर काम करने के लिए रह रहे थे, मगर रक्षाबंधन पर्व के चलते सब अपने-अपने गांव चले गए, जिस वजह से कल रात मात्र 5 से 7 मजदूर ही निर्माणाधीन रिसोर्ट में बचे हुए थे। अगर वे मजदूर भी यहां होते तो मौत का आंकड़ा और बढ़ सकता था। उधर, मौके से रिसोर्ट का चौकीदार भी भाग गया। पुलिस को काफी देर तक यह पता नहीं चला कि यह किसका रिसोर्ट है। बाद में पटवारी के पहुंचने पर खसरे के आधार पर जमीन मालिक का नाम पता चला।
जिले के ग्रामीण इलाकों में इस तरह से रिसोर्ट का प्रचलन बढ़ा
जिस रिसोर्ट में हादसा हुआ वहां ऐसे रिसोर्ट और फार्म हाउस इंदौर जिले के आसपास के इलाकों में धड़ल्ले से बन रहे हैं। ऐसे रिसोर्ट में पार्टियों का क्रेज भी बढ़ रहा है। युवक-युवतियां इन रिसोर्ट में पहुंचकर धड़ल्ले से पार्टियां कर रहे हैं। बीते दिनों भी खुड़ैल के एक रिसोर्ट में पुलिस ने रेव पार्टी के दौरान दबिश दी, जिसमें कई युवक-युवतियां ड्रग्स का नशा करते हुए पाए गए थे। शहर में पुलिस की सख्ती के चलते भी ऐसे रिसोर्ट में ज्यादातर युवा पार्टियां करने जा रहे हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved