नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मुंबई में इंडियन बैंकिंग एसोसिएशन (IBA) की 75वीं सालाना बैठक को संबोधित करते हुए कहा, कि हमारे पास करने के लिए बहुत कुछ है. बैंकिंग सेक्टर को अमृत काल की सेवा करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हमें यह देखना होगा कि हम बढ़ते भारत की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए कैसे खुद को बेहतर बना सकते हैं.
इस अवसर पर शुक्रवार 16 सितंबर को वित्त मंत्री (FM Nirmala Sitharaman) ने बैंकों से अपील किया कि वह अगले 25 सालों में भारत की बढ़ती आकांक्षाओं को पूरा करने के रणनीतियों के बारे में सोचें और इकोनॉमी की क्रेडिट जरूरतों को पूरा करें.
“देश विकसित अर्थव्यवस्था बनने के लिए प्रयास शुरू कर चुका है”
आगे उन्होंने कहा कि बैंकों को आने वाले समय में कहीं अधिक बड़ी भूमिका निभाने के लिए तैयार रहना होगा क्योंकि देश 2047 तक एक विकसित अर्थव्यवस्था बनने के लिए प्रयास शुरू कर चुका है. आगे वित्त मंत्री ने बताया कि अगर भारत को अगले 25 सालों में तेज गति से विकास करना है तो बैंकों को उत्प्रेरक की भूमिका निभानी चाहिए.
सभी बैंकों का एक जैसा हो सिस्टम : सीतारमण
निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को बैंकों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि उनके बैंकिंग सिस्टम एक-दूसरे के अनुकूल रहे ताकि वे ग्राहकों की सेवा बेहतर ढंग से कर सकें. उन्होंने कहा कि कई बार ग्राहकों को अलग-अलग बैंकों के साथ लेनदेन के लिए मजबूर होना पड़ता है. उन्होंने इसे एक ऐसी कृत्रिम दीवार बताया जिसे बैंकों ने खुद को सुरक्षित रखने के लिए बनाया है.
आगे वित्त मंत्री ने कहा कि बैंकों को यह पक्का करने की जरूरत है कि उनके सिस्टम एक-दूसरे के अनुकूल और तालमेल में हों ताकि आम आदमी अलग-अलग बैंकों के साथ लेनदेन के लिए मजबूर न हो. इसके अलावा ग्राहक को बेहतर और अधिक कारगर ढंग से सेवा देने के लिए उसकी जबान में बात करना भी अहम है.
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस में निवेश करें बैंक
वित्त मंत्री ने कहा कि बैंकों को धांधली पर लगाम लगाने के लिए इंटरनेट से जुड़ी नई तकनीकों और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) में निवेश करना जरूरी है. उन्होंने कहा कि समय के साथ टेक्नोलॉजी-आधारित नियामकीय निगरानी व्यवस्था लागू करने से बैंकों को काफी हद तक धोखाधड़ी पर लगाम लगाने में मदद मिली है. इसके साथ ही निर्मला सीतारमण ने बैंक अधिकारियों से अनुरोध किया कि साइबर सुरक्षा के इंतजाम बढ़ाएं जिससे किसी भी तरह की गड़बड़ी का जल्द पता लगाया जा सके.
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