- उज्जैन जिले में बनी प्रधानमंत्री योजना से बनी एक सड़क खुद बनी भ्रष्टाचार की गवाह
- गाँव के हर घर के आगे तालाब जैसी स्थिति-ग्रामीणों ने कहा कोई सुनवाई नहीं होती
उज्जैन। केंद्र और प्रदेश की सरकार शहर के साथ ग्रामीण एरियों में भी कई योजनाओं के साथ पक्की सड़कें बनाकर ग्रामीणों क्षेत्रों को शहर के मुख्य मार्गों से जोडऩे का काम कर रहे हैं लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में बन रही सड़कों के भ्रष्टाचार इस हद तक हैं कि अब तो सड़कें खुद भ्रष्टाचार की गवाह बनती दिखाई दे रही है। ग्रामीणों ने कहा अब तो जीवन जीना भी कठिन हो गया है।
उज्जैन जिले में भी ग्रामीणों को शहर के मुख्य मार्गों से जोडऩे के लिए कई योजनाओं के तहत जिसमें प्रमुख योजना है। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत सड़कें बनाई गई है लेकिन इन सड़कों में भ्रष्टाचार का कितना खेल हुआ है यह सड़के खुद गवाही दे रही है। इसी तरह की बनी एक सड़क रुनीजा विश्राम गृह से व्हाया गजनी खेड़ी-मसवाडिया मार्ग की सड़क प्रधानमंत्री सड़क योजना अंतर्गत बनी हुई है, जिसकी हालत बड़ी दयनीय और जर्जर हो चुकी है। पूरे सडक़ मार्ग पर गड्ढे हो चुके है। विशेष कर गजनीखेड़ी चारभुजा मंदिर से ग्राम पंचायत कार्यालय तक का मुख्य मार्ग बड़े-बड़े गड्ढों में तब्दील हो गया है। इस मार्ग पर यात्रा करने वाले राहगीरों को गड्ढों भरी सडक़ पर अपने दैनिक काम के लिए आना जाना पड़ता है। छोटे बच्चों को स्कूल, बीमार-दुखी हर काम इसी सड़क से होकर करना पड़ रहा है। गाँव के ग्रामीणों का कहना है कि सड़क पूरी तरह उखड़कर बड़े गड्ढों में तब्दील हो गई है जिससे राहगीरों व वाहन चालकों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। गजनीखेड़ी के सरपंच प्रतिनिधि कौटिल्यसिंह राठौर का कहना है कि सड़क की बदहाली को लेकर कई बार वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया लेकिन किसी ने भी ध्यान नहीं दिया। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर शिकायत भी की तब प्रधानमंत्री सड़क कार्यालय के महाप्रबंधक ने सड़क को ठीक करने का आश्वासन देकर शिकायत तो उठवा दी। उसके बाद भी कार्य प्रारंभ नहीं हुआ। सड़क की दयनीय स्थिति को देखते हुए पुन: गुहार लगाई तो महाप्रबंधक ने बताया कि रुनीजा विश्राम गृह से मसवाडिय़ा-गजनीखेड़ी मार्ग की सड़क का टेंडर हो चुका है। बारिश थमते ही उक्त रोड का डामरीकरण शीघ्र प्रारंभ करवा दिया जाएगा। इसके साथ ही झारड़ा-बमनाई नलखेड़ा पहुँच मार्ग के बीच से गुजर रही 6 लेन सड़क निर्माण के अंतर्गत बनाई पुलिया (अंडर पास) बारिश में यहाँ से गुजरने वाले वाहन चालकों के लिए परेशानी का कारण बन गई है। बारिश के समय हर वर्ष मिल रहे आश्वासनों के बाद भी सुनवाई नहीं होने पर अब ग्रामीणों का कहना है कि हम सड़क को बनवाने के लिए आंदोलन पर मजबूर होंगे।