इंदौर। प्राधिकरण की अभी 19 जून को सम्पन्न हुई बोर्ड बैठक में गंगवाल बस स्टैंड से कलेक्टर कार्यालय तक की सडक़ को 30 मीटर से 45 मीटर चौड़ा करने के प्रस्ताव पर सहमति दी गई और अब इस संबंध में आयुक्त सहसंचालक नगर तथा ग्राम निवेश भोपाल को पत्र भेजा जा रहा है, ताकि प्रस्तावित विकास योजना 2041 में इस मार्ग की चौड़ाई 15 मीटर और बढ़ाई जा सके। दरअसल प्राधिकरण ने पिछले साल ही 81 करोड़ रुपए का फ्लायओवर महूनाका चौराहा पर मंजूर कर दिया था। मगर चूंकि सडक़ की चौड़ाई 30 मीटर यानी 100 फीट ही है और उस पर सिक्स लेन का फ्लायओवर नहीं बन सकता। लिहाजा अब 45 मीटर यानी 150 फीट चौड़ी सडक़ करने का प्रस्ताव भेजा जा रहा है।
प्राधिकरण ने गत वर्ष का अपना बजट जहां 5 से 6 गुना अधिक का बनाया, तो दूसरी तरफ करोड़ों रुपए के ऐसे विकास कार्य भी मंजूर कर डाले जिस पर व्यवहारिक अमल ही संभव नहीं था। उदाहरण के लिए महूनाका चौराहा पर फ्लायओवर मंजूर कर डाला, जबकि सडक़ की चौड़ाई ही उसके मुताबिक वर्तमान में नहीं है। पहले विधानसभा और उसके बाद लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के चलते प्राधिकरण की बोर्ड बैठक भी अपने निर्धारित समय पर नहीं हो सकी, जिसके चलते 24 जनवरी की जो बोर्ड बैठक हुई थी उसमें महू नाका चौराहा पर फ्लायओवर निर्माण 81.30 करोड़ रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति गेर योजना मद में दे दी। जबकि प्राधिकरण गेर योजना मद में उपलब्ध 10 फीसदी राशि पहले से ही खर्च कर चुका था। लिहाजा इस फ्लायओवर निर्माण के लिए विशेष स्वीकृति भी मांगी गई। हालांकि अभी तक यह स्वीकृतिप्राप्त नहीं हुई है।
दूसरी तरफ अभी प्राधिकरण की जो बजट बैठक थी उसमें गंगवाल बस स्टैंड से कलेक्टर कार्यालय की सडक़ को 30 से 45 मीटर करने के प्रस्ताव को अवश्य मंजूरी दी गई, क्यंोकि इस सडक़ पर जहां लगातार यातायात बढ़ रहा है, वहीं निर्मित किए जाने वाले सिक्स लेने के फ्लायओवर के मान से सडक़ को 150 फीट तक चौड़ा किया जाना जरूरी है। हालांकि यह चौड़ाई भी इंदौर के प्रस्तावित मास्टर प्लान 2041 में बढ़ेगी, जिसमें अभी काफी समय लगेगा, क्योंकि फिलहाल तो प्रारुप प्रकाशन ही नहीं हुआ है। हालांकि भोपाल में उसकी सुगबुगाहट शुरू हो गई है। प्राधिकरण द्वारा फिलहाल चार प्रमुख चौराहों खजराना, लवकुश, भंवरकुआ और फूटी कोठी पर फ्लायओवरों का निर्माण करवाया जा रहा है और कुल 11 स्थानों पर फ्लायओवर के लिए फिजिबिलिटी सर्वे भी करवाया गया था, जिसमें महू नाका चौराहा भी शामिल है।
इस फ्लायओवर की घोषणा तत्कालीन मुख्यमंत्री द्वारा भंवरकुआ के फ्लायओवर के भूमिपूजन के दौरान की गई थी, जिसके चलते प्राधिकरण बोर्ड को जहां फ्लायओवर निर्माण की मंजूरी देना पड़ी, वहीं सडक़ की चौड़ाई बढ़वाने की कवायद भी शुरू की गई है, क्योंकि सिक्स लेन किए बिना फ्लायओवर के दोनों तरफ स्लिप रोड का निर्माण संभव नहीं है। इस फ्लायओवर की लम्बाई 578 मीटर और वाया डक्ट की लम्बाई 320 मीटर तथा एप्रोच की लम्बाई 258 मीटर, कैरजवे की चौड़ाई 11 मीटर और दोनों ओर साढ़े 7-7 मीटर चौड़ाई की स्लिप रोड के साथ फुटपाथ का निर्माण भी करना पड़ेगा। प्राधिकरण के द्वारा नियुक्त कंसल्टेंट ने प्रथम स्तरीय प्राकलन के आधार पर इस फ्लायओवर की निर्माण लागत 81 करोड़ 30 लाख रुपए आंकी, जिसके आधार पर पिछली बोर्ड बैठक में प्राधिकरण ने इसकी प्रशासकीय स्वीकृति भी दे दी। प्राधिकरण द्वारा जो चार चौराहों पर फ्लायओवर बनवाए जा रहे हैं ये सभी सिक्स लेन चौड़ाई के हैं और जिन सडक़ों यानी खजराना चौराहा, भंवरकुआ, फूटी कोठी और लवकुश पर इनका निर्माण हो रहा है वह सभी सडक़ों 200 फीट चौड़ी हैं।
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