भोपाल। डेंगू का खतरा दबे पांव बढ़ रहा है जबकि खसरे व कोविड का भी डर सता रहा है। क्योंकि डेंगू और खसरे की बीमारी तेजी से बढ़ रही है। इस महीने कोविड के भी चार मामले सामने आ चुके हैं। डाक्टरों का कहना है कि इससे साफ है कि इस बार यह तीन बीमारियां लोगों के सामने चुनौती बनेगी। इन बीमारियों की रोकथाम के लिए आप सरकारी नुमाइंदो के भरोसे न रहे आप खुद ही इनसे बचाव के उपाय अपनाए। क्योंकि स्वास्थ्य विभाग को डेंगू का प्रकोप बढऩे का इंतजार है। जब डेंगू जान लेवा होगा तब स्वास्थ्य विभाग इससे बचने के उपाय खोजेगा। फिलहाल तो यह तक नहीं पता कि मलेरिया विभाग को डेंगू की रोकथाम के लिए कोई काम भी करना है।
इसी तरह से मीजल्स रुवेला का टीकाकरण चल रहा है इसलिए आप जागरुकता अपनाएं और टीकाकरण कराएं और खसरे से सुरक्षा बनाएंं। डेंगू का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग इस खतरे से अंजान बना हुआ है। बे मौसम बारिश का पानी जगह जगह भरने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है।
डेंगू का लार्वा पनप रहा है इस कारण से लोग बीमार पड़ रहे हैं और डेंगू के केस सामने आने लगे हैं। पिछले तीन महीने में डेंगू के 20 मामले सामने आ चुके हैं। लेकिन अभी तक मलेरिया विभाग का अमला कार्यालय से बाहर नहीं निकल सका है। यदि इसी तरह से मामला सुस्त रहा तो इस बार डेंगू का प्रकोप पीछले सभी रिकार्ड तोड़ देगा। डेंगू मलेरिया की तरह ही खसरे के इस बार 11 मामले सामने आ चुके हैं। यह शिकायत बच्चों में देखी जा रही है। जबकि मीजल्स रुवेला का नियमित टीकाकरण हो रहा है। इसके बाद भी खसरे के मामले आना विचलित करने वाले हैं। डाक्टरों का कहना है कि इस बार खसरे के केस और भी बढ़ सकते हैं। इसलिए समय पर टीकाकरण कराएं जिससे इस बीमारी को रोका जा सके। कोरोना का डर एक बार फिर सताने लगा है। मार्च में कोविड के 4 मामले प्रकाश में आ चुके हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग कोविड केस की संख्या दो मानकर चल रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि कोविड के केस एक बार फिर बढ़ेंगे। इधर कोरोना से मिलता जुलता इंफ्लूएंजा वायरस की पुष्टी अबतक नहीं हो सकी। जबकि बीस सैंपल की जांच हो चुकी है।
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