83.26% हिन्दूओं में 80.20% हिन्दी भाषी,
23.2% अज-जज भी सम्मलित।
12.70% मुस्लिम में से मात्र 7% उर्दू भाषी
इंदौर। चुनावों (Election) के समय अक्सर जाती का जिक्र आ ही जाता है, राजनीतिक दल (Political Party) भी टिकट का बंटवारा जातीय समीकरण के आधार पर ही करते हैं। चुनाव लड़ने से लेकर सरकार के गठन तक हर दल जातिगत समीकरण साधता नजर आता है। वहीं अगर देखा जाए तो 70 वर्षो में पहली बार निर्धारित समय से 4 वर्ष बीतने के बाद भी जनगणना नहीं हुई है । जबकि आर्थिक-सामाजिक विषमताओं में सुधार व विकास का आधार जनगणना है । इन्दौर जिले कि 2011 की 32,76,697 जनसंख्या 2024 में बढ़कर 45,00,000 (आँकलित) पार हो गयी है ।
चुनावी समर में भाषा, जातीय, धर्म, समाज के दावों को जोड कर देखा जाए तो जनसंख्या कई गुना बताई जाती रही है । विकास मित्र दृष्टी 2050 के किशोर दीपक कोडवानी ने भारत सरकार की भाषा, जाति, धर्म 2011 की अलग-अलग जनगणना की सांख्यिकीय आधार पर इन्दौर की रिपोर्ट प्रेस को जारी की है ।
इन्दौर में, जैन, सिख, बौद्ध, धर्मवाल्बी अधिकांश हिन्दी भाषी है । इनकी जनसंख्या 86.55% है, जबकि हिन्दी मात्रभाषी 80.20% है। शेष की मात्रभाषा मराठी 6%, सिन्धी 2.95%, पंजाबी 1.04%, गुजराती 1.04% में सम्मलित की गयी है । मुस्लिमों की मातृभाषा हिन्दी/ उर्दू है । इसलिए 12.70% मुस्लिम होकर भी 7% उर्दू भाषी इन्दौर जिले में है । अनेक पंजाबी भी उर्दू मात्रभाषा लिखाते है ।
इन्दौर जिले कि भाषा, धर्म में विभाजित जनसंख्या 2024
धर्म प्रतिशत संख्या भाषा प्रतिशत संख्या
हिन्दू 83.26 37,46,700 हिन्दी 80.20 36,09,000
जैन 2.16 97,000 मराठी 6.00 2, 70,000
सिख 0.78 35,100 पंजाबी 1.40 63,000
बौद्ध 0.35 15,700 सिन्धी 2.95 1,32,750
गुजराती 1.04 46,800
मुस्लिम 12.70 5,71,500 उर्दू 7.00 3,15,000
क्रिश्चियन 0.572 5,650
अन्य 0.18 8,350 1.41 63,450
जातीय विभाजन
SC 16.60% 5,45,239 7,47,000
ST 6.60% 2,17,679 2,97,000
Other 76.80% 25,13,779 34,56,000
Total 100% 32,76,697 45,00,000