नई दिल्ली: फिल्म निर्देशक सतीश कौशिक की मौत की वजह सामने आ गई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह दिल का दौरा पड़ना बताया गया है. उनके ब्लड सैंपल में एल्कोहल के कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं. शरीर पर कोई संदिग्ध निशान भी नहीं मिला है. विसरा जांच के लिए सतीश कौशिक के ब्लड का सैंपल लैब भेज दिया गया है.
फिल्म ‘जाने भी दो यारो’ और ‘मि. इंडिया’ में यादगार हास्य भूमिकाएं निभाने वाले मशहूर अभिनेता एवं फिल्मकार सतीश कौशिक का बृहस्पतिवार को तड़के दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. वह 66 वर्ष के थे. उनके करीबी दोस्त एवं अभिनेता अनुपम खेर ने बताया कि कौशिक दिल्ली में अपने एक दोस्त के घर पर थे, जब उन्होंने बेचैनी होने की शिकायत की. खेर ने कहा, ‘बेचैनी महसूस होने के बाद कौशिक ने चालक से उन्हें अस्पताल ले जाने को कहा. देर रात करीब एक बजे उन्हें (अस्पताल जाते समय) रास्ते में ही दिल का दौरा पड़ा.’
इससे पहले खेर ने ट्विटर पर कौशिक के निधन की खबर साझा की थी. उन्होंने ट्वीट किया था, ‘मुझे पता है कि मृत्यु अंतिम सत्य है, लेकिन मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मुझे अपने सबसे अच्छे दोस्त सतीश कौशिक के बारे में ऐसा लिखना होगा. 45 साल की दोस्ती पर अचानक पूर्ण विराम लग गया. तुम्हारे बिना जीवन पहले जैसा नहीं रहेगा सतीश. ओम शांति.’
एनएसडी और एफटीआईआई के छात्र थे सतीश कौशिक
हरियाणा में जन्मे और दिल्ली के करोल बाग में पले-बढ़े कौशिक ने हमेशा अभिनेता बनने का सपना देखा था. कौशिक नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) और फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (FTII) के छात्र थे. उन्हें ‘जाने भी दो यारों’, ‘राम-लखन’, ‘बड़े मियां छोटे मियां’, ‘मिस्टर इंडिया’, ‘दीवाना मस्ताना’, ‘हसीना मान जाएगी’, ‘भारत’, ‘छलांग’, ‘उड़ता पंजाब’ जैसी फिल्मों में निभाए उनके किरदारों के लिए काफी सराहना मिली.
काफी मशहूर थी सतीश कौशिक और गोविंदा की जोड़ी
‘मि. इंडिया’ फिल्म में सतीश कौशिक ने कैलेंडर नामक एक रसोइये का किरदार निभाया था जो अनिल कपूर द्वारा संचालित एक अनाथालय में बच्चों के लिए खाना पकाता है. कौशिक ने 1983 में आई फिल्म ‘जाने भी दो यारो’ के संवाद लिखे और पंकज त्रिपाठी अभिनीत ‘कागज़’ (2021) की कहानी भी लिखी. कौशिक और अभिनेता गोविंदा की जोड़ी भी काफी मशहूर थी. दोनों 90 के दशक में ‘स्वर्ग’, ‘साजन चले ससुराल’, ‘दीवाना मस्ताना’, ‘परदेसी बाबू’, ‘बड़े मियां छोटे मियां’, ‘आंटी नंबर-1’ और ‘हसीना मान जाएगी’ जैसी कई फिल्मों में साथ नजर आए.
हास्य अभिनेता के तौर पर खासी लोकप्रियता हासिल करने वाले कौशिक फिल्म निर्देशक भी थे. उन्होंने ‘रूप की रानी चोरों का राजा’ से निर्देशन की दुनिया में कदम रखा. कौशिक ने ‘हम आपके दिल में रहते हैं’, ‘हमारा दिल आपके पास है’, ‘बधाई हो बधाई’, ‘तेरे नाम’ और ‘मुझे कुछ कहना है’ जैसी कई फिल्मों का निर्देशन किया. कौशिक ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर किए गए आखिरी पोस्ट में प्रसिद्ध गीतकार एवं लेखक जावेद अख्तर द्वारा सात मार्च को मुंबई में आयोजित वार्षिक होली समारोह की तस्वीरें साझा की थीं. कौशिक के परिवार में पत्नी और बेटी है.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved