खरगोन। खराब फसलों को मौसम की मार से तो किसानों ने बचा लिया लेकिन अब एक समस्या ने किसानों को फिर से चिंता में डाल दिया है। दरअसल खरगोन-इंदौर मार्ग पर लोहारी के नजदीक सड़क से लगे खेतों की फसलें धूल से खराब हो रही हैं। यह धूल बंसल कंपनी के वाहनों के निकलने से उड़ रही है और फसलों पर जा चिपकी है। किसानों का कहना है कीट-पतंगों से तो फसलों को बचा लिया लेकिन इस धूल ने तो फसलों का दम ही निकाल दिया है। शिकायतों के बाद भी संबंधित कंपनी समस्या पर समाधान नहीं निकाल रही है।
खरगोन-इंदौर मार्ग स्थित नीमछड़ी फाटे से वाहन अंदर कच्चे रास्ते से होते हुए प्लांट तक पहुंच रहे हैं और इन वाहनों की वजह से धूल के गुबारों ने खेतों को अपनी आगोश में ले लिया है। किसान प्रवीण पालखरी ने बताया उन्होंने अपने खेत पर गर्मी का कपास लगाया है। हजारों रुपए की कीटनाशक व खाद का छिड़काव कर अब जाकर फसलें तैयार हुई हैं। मौसम की मार से मशक्कत बाद फसलों को बचा लिया लेकिन अब वाहनों से उड़ती धूल पीछा नहीं छोड़ रही। आलम यह है कि फसलों के पत्तों पर धूल की परत चढ़ गई है। इससे पौधे की रंगत ही गायब हो गई। किसानों का कहना है कि इसका असर उत्पादन पर भी पड़ेगा।
स्थाई मार्ग छोड़कर कच्चे मार्ग से निकालते हैं वाहन प्
किसान प्रवीण ने बताया कि मुख्य मार्ग से जो फाटा निकलता है वह स्थाई मार्ग है, लेकिन जरा से फेर के चक्कर में चालक वाहनों को यात्री प्रतीक्षालय के पास से कच्चे में ही उतारकर मुख्य मार्ग पर चढ़ाते हैं। इससे धूल की समस्या ज्यादा बढ़ गई है। वहीं, बारिश न होने के कारण धूल की सफाई भी नहीं हो पा रही है।
उत्पादन पर पड़ेगा असर
किसानों ने बताया कि धूल से फसलों की ग्रोथ रुकेगी। पहले से कपास पर सफेद मच्छर का अटैक है। ऐसे में उस पर धूल जमने से पौधे पर गंदगी ज्यादा रहेगी, जिससे कीट-पतंगों का अटैक ज्यादा होगा। ऐसी स्थिति में उत्पादन घटने का अंदेशा है।