इंदौर, कमलेश्वर सिंह सिसोदिया। दो-तीन महीने टमाटर के दामो में रिकॉर्ड उछाल के बाद तीन सप्ताह की बारिश की खेंच से पौधों को मजबूती मिली और बंपर पैदावार शुरू हो गई है। दो सप्ताह पहले इंदौर की चोइथराम मंडी में 2000 कैरेट टमाटर आ रहे थे, जो अब 15000 कैरेट आवक है। टमाटर के दाम थोक में 7 रुपए किलो हो गए हैं।
आधा अगस्त और सितंबर की शुरुआत के तीन सप्ताह से ज्यादा मौसम का मिजाज गरम रहा, जिसके चलते टमाटर सहित अन्य सब्जियों के पौधे स्वस्थ और बेहतर होने से पैदावार बढ़ गई है। टमाटर की जो फसल दो सप्ताह बाद शुरू होना थी, वह अगस्त के आखिर और सितंबर की शुरुआत में ही बंपर पैदावार देने लग गई थी। आज चोइथराम मंडी में महाराष्ट्र और निमाड़ राजगढ़ से टमाटर की दर्जनों गाडिय़ां आईं। तकरीबन 15000 कैरेट टमाटर इंदौर की चोइथराम मंडी में आ रहा है। दो सप्ताह पहले मुश्किल से 2000 कैरेट की आवक भी इंदौर मंडी में नहीं हो रही थी। इंदौर शहर में 6 से 8 हजार कैरेट औसत खपत है। आवक दोगुनी होने से थोक दाम 6-7 रुपए किलो हो गए हैं। खेरची में 15-18 रुपए किलो बेस्ट क्वॉलिटी का मिल रहा है।
और गिरेंगे दाम
महाराष्ट्र में टमाटर की नई फसल की बंपर आवक शुरू हो गई है। मध्यप्रदेश में निमाड़ के खंडवा क्षेत्र से बड़ी मात्रा में टमाटर चोइथराम मंडी पहुंच रहा है। राजगढ़ क्षेत्र से भी टमाटर की नई फसल की आवक शुरू होने को है, जिससे अब टमाटर के दाम और नीचे आएंगे।
जूस कंपनियों में 3 से 5 रुपए की डिमांड, किसानों ने सिर पीटा
टमाटर की जब भी ज्यादा पैदावार होती है, किसानों की लागत अनुसार दाम नहीं मिलते हैं। मौके का फायदा देखकर जूस कंपनियां खरीदारी में लग जाती हंै। बाजार में टमाटर की खपत कम हो रही है। अब पुणे और इसके आसपास क्षेत्र की जूस कंपनियां तीन से पांच रुपए प्रतिकिलो टमाटर खरीद रही हैं, जिसके चलते किसान मायूस हैं।
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