उज्जैन। सालों से बिनोद मिल की चाल में रह रहे मजदूर और उनके परिजनों को मिल बंद होने तथा मिल की जमीन बेचे जाने के सरकार के निर्णय के बाद विरोध जताया गया था। उस दौरान मुख्यमंत्री ने यहाँ के रहवासियों को पट्टा देने का वादा किया था परंतु पिछले 15 सालों से मुख्यमंत्री वादे ही करते आ रहे हैं। यह आरोप लगाते हुए नगर निगम नेता प्रतिपक्ष रवि राय ने कहा कि लगभग 90 वर्षों से निवासरत श्रमिक बस्ती विनोद मिल की चाल के परिवार गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले मजदूर वर्ग के गरीब लोग हैं। उज्जैन में नगर निगम के चुनावों में आगमन के समय मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने इन निवासरत श्रमिकों को कई बार आश्वासन दिया कि हम श्रमिकों को उसी स्थान पर स्थाई मालिकाना पट्टा देंगे।
परंतु 15 वर्षों से केवल घोषणाएं हीं की है, इस घोषणा को साकार करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश शासन का आदेश सितंबर 2020 में 2014 के पूर्व के रहवासियों को उसी भूमि का धारण अधिकार पट्टा दिया जाएगा। इस हेतु शहर में झुग्गी-झोपड़ी रहवासियों के आवेदन भी किए गए परंतु विगत 1 वर्ष से अधिक समय हो गया है पर रहवासियों को पट्टे दिए नहीं गए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्रीजी आज अपनी पूरी कैबिनेट के साथ उज्जैन में बैठक लेने जा रहे हैं। मांग की गई है कि मजदूरों से किया गया वादा प्रदेश सरकार को निभाना चाहिए।
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