इंदौर। जिला उद्योग व्यापार केंद्र ने शिक्षित बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार देने वाली प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के अंतर्गत तय किए गए लक्ष्य से सात गुना ज्यादा युवाओं को लोन दिलवाया है। वहीं मुख्यमंत्री उद्यमी क्रांति योजना के मामले में युवाओं को लोन दिलवाने के मामले में इंदौर जिला उद्योग व्यापार केंद्र प्रदेश में सबसे आगे चल रहा है।
पिछले वित्तीय वर्ष में बेरोजगारों को स्वरोजगार चलाने के लिए बैंकों के जरिए ऋण देने मामले में प्रधानमंत्री की योजना मुख्यमंत्री की योजना पर बहुत भारी पड़ी है, मगर इस नए वित्तीय वर्ष 2022 से मार्च 2023 के लिए प्रधानमंत्री रोजगार योजना के लिए कोई नया लक्ष्य नहीं दिया गया है। वहीं मुख्यमंत्री उद्यमी क्रांति योजना में 31 मार्च 2023 तक के लिए टारगेट तय कर दिया है। कोरोना संक्रमण के चलते प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के अंतर्गत जून 2021 और जनवरी 2022 से मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के अंतर्गत युवक-युवतियों से स्वरोजगार के लिए आवेदन मंगाना शुरू किए थे। पिछले साल वित्तीय वर्ष के लिए दिए गए लक्ष्य के अनुसार प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना से संबंधित कम से कम 58 युवाओं को, वहीं मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के अंतर्गत कम से कम 210 शिक्षित युवक-युवतियों को बैंक के माध्यम से लोन देना थे। मगर प्रधानमंत्री योजना के जरिए बैंकों ने सात गुना ज्यादा लोन दे डाले तो वहीं इंदौर ने मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के अंतर्गत सिर्फ ढाई माह में युवाओं को सबसे ज्यादा लोन दिलवाए हैं। इसके लिए मध्यप्रदेश शासन ने इंदौर जिला उद्योग व्यापार केंद्र को प्रशंसा पत्र लिखकर पीठ थपथपाई है।
31 मार्च तक 4200 युवाओं को लोन देना है
प्रधानमंत्री रोजगार योजना के अंतर्गत 31 मार्च 2022 तक 322 युवाओं को, वहीं मुख्यमंत्री उद्यमी योजना संबंधित योजना के जरिए 75 युवाओं को स्वरोजगार संबंधित लोन (ऋण) दिए हैं। जिला उद्योग व्यापार केंद्र के अधिकारियों के अनुसार नए वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए प्रशासन ने मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के अंतर्गत 4200 युवाओं को लोन देने का टारगेट तय किया है, जिसे 31 मार्च 2023 तक पूरा करना है। मगर इस वित्तीय वर्ष में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन से संबंधित कोई फरमान जारी नहीं हुआ है। अधिकारियों का कहना है कि प्रधानमंत्री की योजना में कुछ बदलाव किए जा रहे हैं, इसलिए अभी तक यह योजना फिलहाल स्थगित है।
प्रधानमंत्री की योजना से 354 को रोजगार
जिला उद्योग व्यापार केंद्र इंदौर को प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के अंतर्गत कम से कम 58 बेरोजगार युवाओं को बैंक से लोन दिलवाने का टारगेट दिया गया था। इस योजना के अंतर्गत 730 युवाओं ने स्वरोजगार शुरू करने के लिए लोन का आवेदन दिया, जिसमें बैंक ने 354 युवाओं को लोन देने के लिए मंजूरी देने के बाद 322 युवाओं को 971 लाख 83 हजार रुपए के लोन दिए हैं। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के अंतर्गत युवाओं को अपने पैरों पर खड़े होने के लिए 10 लाख से लेकर 25 लाख रुपए तक का ऋण दिया जाता है।
मुख्यमंत्री योजना से 75 को रोजगार
कोरोना के चलते 2020 से स्थगित, फिर जून 2021से शुरू हुई प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना ने जहां 354 युवाओं को रोजगार दिया है, वहीं मुख्यमंत्री उद्यमी क्रांति योजना के अंतर्गत 31 मार्च 2022 तक कम से कम 210 युवाओं को रोजगार के लिए बैंकों के माध्यम से लोन दिलवाना था। यह योजना जनवरी 2022 में शुरू की गई थी। 212 युवाओं ने इस योजना के लिए आवेदन दिए थे। जिला उद्योग व्यापार केंद्र ने सभी प्रकरण बैंक भेज दिए, जिनमें से बैंकों ने 75 युवाओं को 760.99 लाख रुपए का लोन देने के लिए मंजूरी देते हुए 11 अप्रैल 2022 तक 24 युवाओं को 249.74 लाख रुपए का लोन दे दिया है।
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