भोपाल (Bhopal)। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) इन दिनों सब्जियों के दाम (rates of vegetables) इतने कम हो गए हैं कि किसानों (Farmers ) को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. इतना ही नहीं कई किसानों का तो लागत तक नहीं वसूल पा रहे हैं. ऐसी स्थिति में किसान सब्जी की खेती करने से तौबा करने की बात कह रहे हैं. आमतौर पर गर्मी के दिनों में सब्जियों के दाम आसमान पर पहुंच जाते हैं लेकिन इस बार कुछ उलट दिखाई दे रहा है. उज्जैन के थोक सब्जी व्यापारी उत्सव सिंह सोलंकी के मुताबिक इन दिनों सब्जियों के दाम में काफी गिरावट (decline) देखने को मिल रही है.
सोलंकी ने बताया कि टमाटर जहां 15 से 20 रुपये किलो बिक रहा था, वहीं 5 से 8 रुपये किलो में आसानी से उपलब्ध है. इसके अलावा अधिकांश सब्जियां 10 रुपये किलो बिक रही हैं. इससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है. सब्जी व्यापारी रफीक के मुताबिक गर्मी के दिनों में सब्जियों के दाम अधिक हो जाते हैं. गर्मी में सब्जियों की आवक कम रहती है. इसके अलावा शादी का मौसम होने की वजह से सब्जियों की डिमांड अधिक रहती है. इस बार ठीक उलट दिखाई दे रहा है. सब्जियों की आवक काफी अधिक है, जिसकी वजह से उसके दाम नहीं बढ़ पा रहे हैं. देवास के सब्जी व्यापारी रईस के मुताबिक स्थानीय किसानों की सब्जी लगातार मंडियों में आ रही हैं जिसके कारण दाम नहीं बढ़ रहे हैं.
सब्जियों की खेती नुकसान का सौदा
मंडी में टमाटर बेचने आए किसान रघुनाथ सिंह के मुताबिक उन्हें उम्मीद थी कि 20 से 25 रुपये किलो टमाटर बिकेगा लेकिन 100 रुपये कैरेट के भाव से बिका जिससे उन्हें नुकसान उठाना पड़ा है. किसान के मुताबिक आगे सब्जी की खेती से तौबा कर लेंगे. सब्जी की खेती में अधिक नुकसान उठा रहा है. किसान का यह भी कहना है कि दूसरी सब्जियों के दाम भी कम हैं. ठोक सब्जी मंडी में अदरक डेढ़ सौ रुपए किलो बिक रहा है. बाकी अधिकांश सब्जियां 10 रुपये किलो हैं. भिंडी 10 रुपये, धनिया 7 रुपये, मिर्ची 10 रुपये, प्याज 8 रुपये, आलू 10 रुपये, टमाटर 5 रुपये, गिलकी 11 रुपये, पालक 10 रुपये, ग्वार फली 10 रुपये के भाव से थोक सब्जी मंडी में बिक रही है.
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