नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कीमतों में नरमी और सरकार के हस्तक्षेप से खाने के तेल के भाव में प्रति लीटर 10-15 रुपये की कमी आई है। खाद्य सचिव सुधांशु पांडे ने बुधवार को कहा कि मूंगफली तेल को छोड़कर बाकी सभी तेल के दाम पिछले कुछ दिनों में घटे हैं।
पिछले हफ्ते बड़े ब्रांड जैसे अदाणी विल्मर, मदर डेयरी और अन्य ने अधिकतम खुदरा मूल्य को घटाने की घोषणा की थी। हालांकि, इसका फायदा अगले कुछ दिनों में ही मिल पाएगा क्योंकि नया स्टॉक बाजार में पहुंचने में समय लगेगा। सूरजमुखी तेल 3 रुपये सस्ता सूरजमुखी तेल की कीमत 193 रुपये से घटकर 190 रुपये पर आ गई है।
पाम तेल का भाव 156 से घटकर 152 रुपये पर आ गया है। उपभोक्ता मंत्रालय कुल 22 जरूरी वस्तुओं के भाव की निगरानी करता है। इनके आंकड़े 167 बाजारों से जुटाए जाते हैं। इसमें दाल, चावल, गेहूं, आटा, चीनी, दूध, आलू, चायपत्ती प्याज, टमाटर और अन्य चीजें हैं। सुधांशु पांडे ने कहा कि केवल खाने के तेल की ही कीमतें नहीं, बल्कि खुदरा बाजार में गेहूं और आटे अन्य की कीमतें भी स्थिर हैं।
मूंगफली तेल की कीमतों में बढ़ोतरी
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, मूंगफली तेल की कीमत 21 जून को बढ़कर 188 रुपये हो गई, जो एक जून को 186 रुपये लीटर थी। सरसों के तेल का भाव इस दौरान 183 से घटकर 180 रुपये हो गया। वनस्पति तेल का दाम 165 रुपये है, जबकि सोया तेल का भाव 169.65 से कम होकर 167.67 रुपये हो गया है। आने वाले दिनों में खाने के तेल और अन्य प्रमुख वस्तुओं की कीमतों में और गिरावट हो सकती है।
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