उज्जैन। देश के प्रथम नागरिक एवं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपनी धार्मिक यात्रा पर उज्जैन आ रहे हैं एवं वे 29 मई को शहर में रहेंगे। उनके आगमन की तैयारियाँ अंतिम चरण में हैं। राष्ट्रपति का जो प्रोटोकॉल है उसके अनुसार उनका तैयार भोजन मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पहले करना होता है और उन्हें कुछ न हो, इसके बाद राष्ट्रपति भोजन करते हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 29 मई को शहर आ रहे हैं। उनके स्वागत के लिए पुलिस लाईन स्थित हेलीपेड से लेकर सर्किट हाऊस, महाकाल मंदिर और कालिदास अकादमी परिसर तक दिन रात तैयारियाँ चल रही हैं। राष्ट्रपति के आगमन से पहले उनके प्रत्येक निर्धारित दौरे वाले स्थान पर रिनोवेशन और साफ-सफाई के काम दिन रात चल रहे हैं। सर्किट हाऊस पर भी राष्ट्रपति के आगमन को देखते हुए संधारण के कई काम कराए जा रहे हैं। यहाँ परिसर, सर्किट हाऊस के अंदर के भवन तथा आसपास सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ नई व्यवस्थाएँ की जा रही हैं, इससे सर्किट हाऊस का चेहरा भी बदल गया है। इसी तरह हेलीपेड पर भी सभी तैयारियाँ पूरी कर ली गई है। महाकाल मंदिर में भी राष्ट्रपति के आगमन को देखते हुए रंगाई-पुताई और साज-सज्जा के काम चल रहे हैं। इधर 29 मई के दिन राष्ट्रपति सुबह से लेकर शाम तक शहर में रहेंगे। वे भोजन भी यहीं करेंगे।
राष्ट्रपति के प्रोटोकॉल के मुताबिक सुरक्षा की दृष्टि से भोजन करने से पहले तैयार खाने की जाँच सीएमएचओ डॉ. संजय शर्मा खुद चखकर करेंगे। इसके बाद ही राष्ट्रपति भोजन करेंगे। यहाँ ह उल्लख्ेानीय है कि राष्ट्रपति जब भी उज्जैन आते हैं तो रेस्ट हाउस सहित अन्य स्थानों का कायाकल्प हो जाता है। अभी भी देवास रोड स्थित सर्किट हाउस पर 50 लाख रुपए खर्च किए गए हैं और पूरे परिसर को बदल दिया गया है। इसी प्रकार लोक निर्माण विभाग के रेस्ट हाउस में राष्ट्रपति का स्टाफ रूकेगा और वहाँ के कमरों को सुसज्जित किया गया है। यहाँ यह उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपतिजी के आगमन को लेकर विशेष प्रोटोकाल होता है। उज्जैन में इसकी तैयारियाँ हो रही है और अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। दो दिन पहले ही अधिकारी पहुँच जाएंगे और राष्ट्रपति को जो भोजन दिया जाएगा उसकी शुद्धता की पूरी जिम्मेदारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी की होगी और पहले मुख्य चिकित्सा अधिकारी ही राष्ट्रपति का तैयार भोजन करेंगे और उनकी तबीयत नहीं बिगड़ी तो इसके बाद राष्ट्रपति करेंगे। इसके अलावा सर्किट हाउस को दो दिन पहले ही दिल्ली से अधिकारी अपनी सुरक्षामें ले लेंगे। राष्ट्रपति के आगमन को लेकर महाकाल मंदिर में तैयारियाँ की जार ही है तथा यहाँ भी एक दिन पहले ही सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता कर दी जाएगी और लोगों का प्रवेश बंद कर दिया जाएगा। राष्ट्रपति सुबह यहाँ पहुँचेंगे तथा शाम को रवाना होंगे तथा सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों से भेंट करेंगे। राष्ट्रपति के आगमन को लेकर विभिन्न मार्गों को भी ठीक किया जा रहा है जहाँ से उनका काफिला गुजरेगा तथा राष्ट्रपति की अगवानी मुख्यमंत्री कर सकते हैं।
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