इंदौर। शहर में निजी सिक्युरिटी गार्ड की सेवाएं लगातार बढ़ रही है। पुरुष बाउंसरों की तो तादाद अधिक हो ही गई। वहीं अब महिला बाउंसरों की जरूरत भी पडऩे लगी है। अभी आयोजित विधायक संजय शुक्ला द्वारा कराई गई पं. प्रदीप मिश्रा की कथा में जो लाखों की भीड़ उमड़ी उसमें चूंकि महिलाओं की संख्या अधिक थी, लिहाजा भीड़ को कंट्रोल करने के लिए महिला बाउंसरों की सेवाएं लेना पड़ी। लगभग 160 महिला बाउंसरों ने कथा में उमड़ी महिलाओं की भीड़ को कंट्रोल किया।
इंदौर में जहां कैमरों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, वहीं सुरक्षा गार्ड भी सभी जगह लग रहे हैं। व्यवसायिक इमारतों, रहवासी सोसायटियों से लेकर शहरभर में जो आयोजन होते हैं उसमें भी सिक्युरिटी अरेंजमेंट, वीआईपी मूवमेंट के दौरान निजी सुरक्षा एजेंसियों के गार्ड तैनात किए जाते हैं। वहीं अब महिला सुरक्षा गार्ड और बाउंसरों का भी चलन बढ़ गया है। इसका एक कारण यह भी है कि पुरुष बाउंसरों द्वारा दुव्र्यवहार की घटनाएं सामने आई और काम को लेकर भी महिलाएं चूंकि अधिक गंभीर रहती हैं इसलिए उनकी मांग भी बढऩे लगी है। शिव महापुराण में उमड़े जनसैलाब को संभालने के लिए रेड आई मैनेजमेंट एंड सिक्युरिटी ने 220 बाउंसर लगाए थे, जिसमें 60 पुरुष और 160 महिला बाउंसर शामिल रही।
दरअसल इसका कारण यह है कि कथा में चूंकि महिलाओं की संख्या ही अधिक थी, इसलिए महिला बाउंसरों की संख्या बढ़ाना पड़ी। इस सिक्युरिटी सर्विस के संचालक प्रिंस सोनी ने बताया कि इस आयोजन में उम्मीद से कई गुना अधिक भीड़ उमड़ी और सुबह 4 बजे से लेकर देर रात तक महिला बाउंसरों ने खूब मेहनत कर अपनी ड्यूटी निभाई। इसके लिए इन्हें अलग से ट्रेनिंग भी दी गई थी। प्रिंस सोनी का कहना है कि महिला सुरक्षा गार्ड और बाउंसरों की लगातार मांग बढ़ रही है। कथा में ही रोजाना डेढ़ से दो लाख श्रद्धालु आए और किसी के साथ कोई दुव्र्यवहार भी नहीं हुआ और महिला बाउंसरों ने अपनी जिम्मेदारी बखूबी संभाली। यहां तक कि महाराज पं. प्रदीप मिश्रा जी ने भी इन महिला बाउंसरों को अपना आशीर्वाद दिया और उनकी मेहनत को सराहा। इस पूरे आयोजन का जिम्मा जाने-माने इवेंट मैनेजर सुनील अग्रवाल ने भी बखूबी संभाला।
Share: