प्रयागराज (Prayagraj)। दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में जिस तरह से गैंगस्टर जितेंद्र गोगी (Gangster Jitendra Gogi) की गोली मारकर हत्या (Murder) की गई थी, उसी तरह से कचहरी परिसर में अतीक और अशरफ (Atiq-Ashraf ) को मारने की प्लानिंग थी। अतीक और अशरफ की हत्या में पकड़े गए तीनों शूटरों (shooters) की यही प्लानिंग थी लेकिन कामयाबी नहीं मिली थी। तीनों कचहरी के बाहर घूम रहे थे। उनकी फुटेज वायरल होने के बाद लोगों ने बाद में पहचाना था।
उमेश पाल हत्याकांड में अतीक और अशरफ का रिमांड बनवाने के लिए उन्हें जेल से प्रयागराज लाया गया। 13 अप्रैल को भारी सुरक्षा इंतजाम के बीच दोनों को कोर्ट में पेश किया गया। उसी दिन अतीक हत्याकांड के आरोपी अरुण मौर्य, लवलेश तिवारी और सनी सिंह मीडियाकर्मी बनकर कचहरी परिसर में पहुंच गए। कचहरी छावनी में तब्दील होने और सुरक्षा के कड़े इंतजाम देखने के बाद तीनों शूटरों ने वहां वारदात को अंजाम देने का इरादा बदल दिया था।
सूत्रों के मुताबिक अतीक और अशरफ के कोर्ट में पेश होने के बाद शूटर अरुण ने पान की एक गुमटी से सुर्ती खरीदी थी। गुमटी वाले को उसने 10 का नोट दिया था। बचा हुआ 5 रुपया वापस लिए बिना ही आगे बढ़ने पर गुमटी वाले ने उसे आवाज लगाकर पैसा लौटाया था। अरुण मौर्य (Arun Maurya) काफी परेशान और बेचैन नजर आ रहा था। कचहरी की प्लानिंग गड़बड़ होने के बाद जंक्शन के पास होटल में कमरा लिया।
सोशल मीडिया पर पोस्ट से हड़कंप
माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ के हत्यारोपितों में से एक लवलेश तिवारी निकाय चुनाव के बीच जनपद में फिर चर्चा में है। उसकी फेसबुक आईडी पर छह दिन पहले यानी 25 अप्रैल की सुबह एक पोस्ट पड़ी… क्या आप लोग महाराज लवलेश तिवारी का समर्थन करते हैं, हां या नहीं। पोस्ट पड़ने के बाद से सोशल मीडिया पर लोग तरह-तरह की बातें कर रहे हैं कोई सपोर्ट कर रहा है तो कोई इस सरासर गलत बता रहा है।
बांदा के क्योटरा का निवासी हत्यारोपित लवलेश तिवारी (Murder accused Lavlesh Tiwari) की फेसबुक आईडी महाराज लवलेश तिवारी (चूचू), जिसमें जिला सह सुरक्षा प्रमुख एट बजरंग दल लिखा है, में पोस्ट पड़ी कि क्या आप लोग लवलेश तिवारी का समर्थन करते हैं…। हां या नहीं। एसपी अभिनंदन ने बताया कि लवलेश तिवारी जेल में है। उसका फेसबुक अकाउंट कौन चला रहा है, इसकी जांच कराई जा रही है।
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