वॉशिंगटन। अमेरिका (America) के न्यू ऑर्लियंस (New Orleans) में भीड़ को कार से रौंदने (Car ramming crowd) वाले हमलावर ने भारी तबाही मचाने की योजना बनाई हुई थी, लेकिन पुलिस की गोलीबारी में मारे जाने के चलते वह अपनी योजना को अंजाम नहीं दे सका। दरअसल हमलावर ने जिस जगह फ्रेंच क्वार्टर ( french quarter) में भीड़ को कार से रौंदा, उसने वहां आईईडी विस्फोटक (IED explosive) भी प्लांट किए हुए थे और उसका रिमोट हमलावर की कार से बरामद हुआ है। ये जानकारी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (American President Joe Biden) ने दी है।
बाइडन ने कहा- हमलावर ने ही लगाया था आईईडी
व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए जो बाइडन ने बताया कि ‘हमलावर शम्सुद्दीन जब्बार ने ही न्यू ऑर्लियंस के फ्रेंच क्वार्टर में आइस कूलर्स में आईईडी विस्फोटक लगाए हुए थे। जांच अधिकारियों का मानना है कि जब्बार की कार में ही रिमोट कंट्रोल था।’ बाइडन ने ये भी कहा कि वे जल्द ही न्यू ऑर्लियंस के दौरे पर जाएंगे। न्यू ऑर्लियंस के हमले में हमलावर समेत 15 लोगों की मौत हुई थी।
एफबीआई का कहना है कि न्यू ऑर्लियंस की घटना आतंकी हमला था और हमलावर जब्बार आईएसआईएस समर्थक था। हमलावर की कार से आईएसआईएस का झंडा भी बरामद हुआ है। हमलावर ने सोशल मीडिया पर भी आईएसआईएस के समर्थन में कई वीडियो भी पोस्ट किए थे। बाइडन ने कहा कि हम आईएसआईएस समेत सभी आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई जारी रखेंगे।
न्यू ऑर्लियंस और लास वेगास की घटना में क्या संबंध है?
न्यू ऑर्लियंस की घटना और लास वेगास की घटना के आपसी संबंध के सवाल पर बाइडन ने कहा कि अभी जांच चल रही है और अभी तक दोनों के बीच कनेक्शन का कोई सबूत नहीं मिला है। गौरतलब है कि न्यू ऑर्लियंस की घटना के कुछ घंटे बाद ही लास वेगास में ट्रंप टावर के बाहर टेस्ला के एक साइबर ट्रक में विस्फोट हो गया था। इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और सात अन्य घायल हुए थे।
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