इंदौर। जूनी इंदौर थाने (Juni Indore Police Station) में टीआई के कमरे (TI’s room) में बैठकर सिगरेट फूंकने (smoked cigarette) वाले मानसिक रूप से विक्षिप्त युवक पर भले ही पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की हो, लेकिन घटना को वरिष्ठ अधिकारियों ने गंभीरता से लिया है। इसके चलते संतरियों और अन्य पुलिसकर्मियों पर गाज गिर सकती है।
आज डीसीपी झोन-4 ऋषिकेश मीणा ने स्पष्टीकरण मांगा है, वहीं सीसीटीवी कैमरे से फुटेज भी निकाले जा रहे हैं, ताकि पता चल सके कि घटना के वक्त कौन-कौन कर्मचारी वहां मौजूद था और उन्होंने अज्ञात व्यक्ति को अंदर जाने से क्यों नहीं रोका। इस बीच पता चला है कि थाने में तरह-तरह की हरकत करने वाला युवक भाजपा नेता (BJP leader’s) रहे सुभाष दावरे का बेटा (son) निकला, जिनका वर्ष 2010 में निधन हो चुका है। दावरे राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष भी रहे और उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त था। बताया जा रहा है कि उनका बेटा कुछ समय से डिप्रेशन में है। डीसीपी मीणा ने बताया कि चूंकि उसकी मां ने उसके इलाज संबंधित दस्तावेज पुलिस को पेश किए हैं, इसलिए उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। अलबत्ता उन पुलिस कर्मचारियों पर जरूर कार्रवाई की जाएगी, जिन्होंने इतना सब कुछ होने के बावजूद विक्षिप्त युवक को थाने जाने से नहीं रोका, जिसने स्वयं थाने में सिगरेट फूंकते और स्वयं को डीएसपी कहते हुए वीडियो वायरल किया था। डीसीपी ने थाने के कुछ पुलिसकर्मियों को भी तलब किया है। वहीं कुछ कर्मियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। इसके बाद सजा तय की जाएगी।