- सबसे ज्यादा फजीहत एयरपोर्ट के साथ सुपर कॉरिडोर, बापट चौराहा और आयोजन स्थल से जुड़े रास्तों पर रही, मनमर्जी से हर कहीं लगा डाले पुलिस ने बैरिकेड्स
इंदौर। आयोजन स्थल पर आज भी सुबह प्रवेश को लेकर कुछ परेशानियां रही। वहीं प्रवासी सम्मेलन के दौरान सबसे ज्यादा फजीते यातायात को लेकर हुए। कार्यक्रम स्थल पर प्रधानमंत्री की मौजूदगी वाले दिन तो अव्यवस्था रही ही, जिसके चलते दो बार मुख्यमंत्री को हाथ जोड़कर माफी मांगना पड़ी। कई रास्तों को फिजुल ही बेरिगेट्स लगाकर घंटों बंद रखा गया। एयरपोर्ट पर आने-जाने वाले हवाई यात्रियों की बीते चार दिनों से मुसीबत है, तो सुपर कॉरिडोर, एमआर-10, बापट चौराहा और आयोजन स्थल से लेकर योजना क्र. 54 विजय नगर तक के रास्तों पर लगातार जाम तो है ही, वहीं वीवीआईपी के आगमन के चलते इन्हें बंद अलग कर दिया, जिसके चलते इन रास्तों से जुड़ी गलियों में यातायात जाम होता रहा। दूसरी तरफ पुलिस और उसका यातायात महकमा सुगम व्यवस्था के दावे करता रहा। अब दो दिवसीय समिट के दौरान भी विजय नगर, सत्यसांई चौराहा पर अत्यधिक दबाव के चलते इन मार्गों पर अनावश्यक जाने से बचने की सलाह दी गई है। सबसे बड़ी परेशानी तो इन क्षेत्रों के रहवासियों, दफ्तर, दुकानदारों को हो रही है, क्योंकि उनका अपने ही घर-दफ्तर आना-जाना मुसीबत भरा हो गया है।
इन दो बड़े आयोजनों से पहले पुलिस, प्रशासन, नगर निगम सहित जिम्मेदारों ने तमाम दावे किए थे कि कहीं कोई यातायात में परेशानी नहीं होगी और कल भी यातायात विभाग ने नागरिकों को धन्यवाद देते हुए प्रेस नोट जारी करा, जिसमें लिखा कि न्यूनतम असुविधा के साथ शहर के यातायात को सुचारू रखा जा सका और केवल बाहरी वाहनों के प्रवेश को छोड़कर सुपर कॉरिडोर, लवकुश चौराहा, एमआर-10 रोड पर लेफ्ट लेन का रोड भी सामान्य यातायात के लिए खुला रहा। जबकि हकीकत यह है कि इन तमाम रास्तों पर भी प्रधानमंत्री के आगमन के वक्त और कल राष्ट्रपति की मौजूदगी और फिर कई मर्तबा जब मुख्यमंत्री का काफिला आयोजन स्थल से लेकर होटल मैरिएट, रेसीडेंसी का खजराना गणेश मंदिर पहुंचा तब भी सड़कें बंद रखी गई। यहां तक कि जब अतिविशिष्ट आयोजन स्थल के अंदर मौजूद थे और उनके कार्यक्रम चल रहे थे उस दौरान भी जबरन रास्तों को बेरीगेट्स लगाकर बंद रखा गया। जबकि प्रोटोकॉल के मुताबिक 15 से 20 मिनट पूर्व आवागमन के दौरान रास्तों को बंद रखा जाता है। लेकिन स्थानीय पुलिस और उसके यातायात महकमे ने घंटों पहले फिजुल में ही रास्तों को बंद कर दिया और अब दो दिन यह मुसीबत और रहेगी। तीन दिन के प्रवासी सम्मेलन में तो इंदौर के लोग इन रास्तों पर परेशान हुए ही, वहीं अब आज से समिट के दौरान भी यातायात प्रबंधन, पुलिस महानगर की ओर से सोशल मीडिया पर यह मैसेज चलाया जा रहा है कि विजय नगर, सायाजी, बापट, सत्यसांई पर यातायात का अत्यधिक दबाव रहेगा, लिहाजा इन मार्गों पर अनावश्यक जाने से बचें और साथ ही यह भी कहा कि हमारा लक्ष्य है – सुगम, सुरक्षित और सुखद यातायात। जबकि इसके विपरित जनता के लिए तो यह दु:खद यातायात बन गया है। कोई भी व्यक्ति अपने घर से अनावश्यक नहीं निकला। नौकरी करने से लेकर रोजमर्रा के कामकाज के लिए ही आना-जाना पड़ता है। यहां तक कि मुख्यमंत्री सहित अतिविशिष्टों को भी इस बात का ध्यान नहीं रहता कि रास्तों को बंद करने से आम जनता को कितनी परेशानी भोगना पड़ती है।