- घर पहुँच रहे हैं चालान इसके बाद आते हैं कार्रवाई के फोन
- 17 चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे और स्पीड गवर्नर 24 घंटे भेज रहे सीधी तस्वीरें
उज्जैन। यातायात विभाग ने शहर के 17 प्रमुख चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल तोडऩे वाले लोगों के नाम एलईडी स्क्रीन पर सार्वजनिक करना शुरू कर दिया है, इसके बावजूद हर घंटे औसतन 800 वाहन चालक ट्रैफिक सिग्नल तोड़ रहे हैं। शहर के 17 प्रमुख चौराहों पर स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा इंटीग्रेटेड ट्रैफिक सिस्टम लगाए गए हैं। इन पर पिछले दिनों 17 करोड़ की राशि खर्च की गई। सिस्टम स्थापित करने से पहले शहर के 17 चौराहों और तिराहों को चिन्हित किया गया था। शहर के सबसे चौराहों और तिराहों की ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए यहां आधुनिक ट्रैफिक सिस्टम लगाए गए थे। उच्च क्वालिटी के सीसीटीवी कैमरे जो तेज भागते वाहन किस आप तस्वीर लेने में सक्षम हैं लगाए गए थे। इसके अलावा सभी चौराहों पर स्पीड गवर्नर लगाकर इन्हें चाबी विभाग के कंट्रोल रूम से सीधा जोड़ा गया था। अधिकारियों के अनुसार कंट्रोल रूम पर इन सभी चौराहों पर 24 घंटे नजर रखी जा रही है। चौराहे पर ट्रैफिक सिग्नल तोड़ रहे लोगों की अमला निगरानी कर रहा है साथ ही वहां लगे आधुनिक कैमरे भी उनकी साफ-साफ तस्वीरें कंट्रोल रूम तक भेज रहे हैं।
नंबर प्लेट की तस्वीरों के जरिए वाहन मालिक के नाम और पते मालूम होते ही उन्हें हाथों-हाथ ई चालान के भेजे जा रहे हैं। परंतु 80 फीसदी से ज्यादा लोग ऐसे हैं जो कई बार ट्रैफिक नियम तोड़ चुके हैं और उन्हें इचालान भी भेजे जा चुके हैं। फिर भी वह जुर्माना नहीं भर रहे हैं। पिछले 1 हफ्ते से ऐसे लोगों के नाम चौराहों पर लगे सार्वजनिक एलईडी स्क्रीन पर प्रदर्शित किए जा रहे हैं। स्क्रीन पर उनके नाम पता और वाहन नंबर के साथ साथ उन्होंने कितनी बार किस चौराहे पर ट्रैफिक सिग्नल तोड़ा है इसकी संख्या भी प्रदर्शित की जा रही है। विभाग के अधिकारियों को उम्मीद थी कि सार्वजनिक रूप से नियम तोडऩे वालों के नाम अगर जारी किए जाएंगे तो वह ट्रैफिक नियमों का पालन करने लगेंगे और भेजे गए ई चालान की जुर्माना राशि आगे रहकर भरेंगे। परंतु पिछले 1 हफ्ते में इसका कोई खास असर ट्रैफिक सिग्नल तोडऩे वालों के ऊपर नहीं पड़ रहा है। इन सब प्रयासों के बावजूद पिछले 1 हफ्ते में शहर के 17 चौराहों पर लगे इंटीग्रेटेड ट्रेफिक मैनेजमेंट सिस्टम के कैमरों में सुबह 6 से रात 12 बजे तक 18 घंटे की अवधि में हर घंटे औसतन 800 लोग रेड लाइट का उल्लंघन करते हैं या तेज गति से वाहन चलाते कैमरा में कैद हो रहे हैं। यातायात विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ऐसे लोग ज्यादा दिन बच नहीं पाएंगे और जल्द ही ऐसे लोगों के वाहन का रजिस्ट्रेशन आरटीओ द्वारा ब्लॉक कर दिए जाएंगे। बदतमीजी से फोन करती है महिला
ई-चालान बनाने के बाद स्मार्ट सिटी के ऑफिस से महिला फोन करती है कि आपका चालान बनाया गया है और उसका नाम पूछने का ढंग बेहद आपत्तिजनक रहता है और बदतमीजी करने लगती है। अधिकारियों को चाहिए कि फोन डेस्क से उक्त महिला को हटाया जाए।