उज्जैन। रविवार को स्कूल खोलने का आदेश कल जारी हुआ था लेकिन यह बेतुका है और इस पर कई तरह की प्रतिक्रिया आ रही है। सोमवार को हमेशा स्कूल खुलते रहे हैं और इस तरह के आदेश देने का कोई मतलब नहीं। रविवार को छुट्टी रहती है तथा सभी कार्य एक तरह से बंद रहते हैं। ऐसे में बच्चों को स्कूल भेजने का निर्णय समझ से परे है।
कल जिला शिक्षा अधिकारी ने एक आदेश जारी किया। इस आदेश के तहत अब कक्षा पहली से आठवीं तक के बच्चों की पढ़ाई की दृष्टि से सोमवार की सवारी के दिन छुट्टी रखी गई है और उनकी पढ़ाई खराब ना हो इसके लिए रविवार को स्कूल खोलने के आदेश जारी किए। प्रशासन ने यह आदेश इसलिए जारी किया क्योंकि पुराने शहर से कई बच्चे ऑटो से सेंटपाल, क्रिस्ट ज्योति, सेंट्रल स्कूल सहित कई स्कूलों में जाते हैं और सोमवार को श्रद्धालुओं की अधिक भीड़ होने के कारण गोपाल मंदिर क्षेत्र में वाहनों को प्रतिबंधित कर दिया जाता है। ऐसे में स्कूली बच्चे परेशान होते हैं। इसी को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है लेकिन रविवार को छुट्टी की आदत होने के कारण आज कम बच्चे स्कूल पहुँचे। कई स्कूली बच्चों के बालकों का कहना है कि प्रशासन का निर्णय बेतुका है, क्योंकि सोमवार को यातायात का दबाव शहर में बहुत रहता है और बस तथा आटो शहर में प्रवेश नहीं कर पाते हैं और ऐसे में बच्चों को परेशानी उठानी पड़ती है, इसलिए कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी को यह व्यवस्था आगामी सावन मास की 10 सवारी तक करनी चाहिए।
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