उज्जैन। गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव राजेश राजोरा ने बुधवार को एक आदेश जारी किया। सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखते हुए उक्त आदेश में कहा गया कि प्रदेश में पूर्ण क्षमता के साथ यात्री बसों के संचालन की अनुमति दी जाती है। इधर प्रदेशभर सहित उज्जैन संभाग की 3000 बसें गुरूवार को खड़ी रही। ऑपरेटर्स का कहना था कि पहले हमारी मांगे पूरी करो,फिर चलाएंगे बस।
जानकारी के अनुसार गुरूवार को अनेक लोग इस आशा के साथ नानाखेड़ा बस स्टेण्ड सहित विभिन्न स्टैडों पर पहुंचे कि बस चालू हो गई है, अत: गंतव्य तक जाएं, लेकिन बस स्टैण्डों पर पहुंचकर वे निराश हुए। बसों के चक्के थमे थे और मौके पर खड़े लोगों द्वारा कहा गया कि अभी बसवालों की हड़ताल है। मांगे पूरी होने तक बसें नहीं चलेगी। लोग पुन: अपने घरों को रवाना हो गए।
यह हाल है अभी
बुधवार तक राज्य शासन के प्रतिबंध के कारण प्रदेशभर में अंतर जिला बसें बंद थी, चूंकि प्रायवेट बसों का ही संचालन प्रदेश में हो रहा है,ऐसे में कल शाम को राज्य शासन द्वारा आदेश जारी किए जाने के बाद भी बस ऑपरेटर्स ने बसों का संचालन गुरूवार से प्रारंभ नहीं किया। लोग दो पहिया एव चार पहिया वाहनों से शहर के समीपस्थ जिलों में आते-जाते रहे। इनका कहना था कि सरकार ने यदि आदेश जारी किए हैं,तो बसें भी चलवाना चाहिए। पहले सरकार ने प्रतिबंध लगा रखा था और अब बस ऑपरेटर्स ने अपनी मांगों के कारण चक्के जाम कर दिए हैं। आम आदमी को दोनों तरफ से परेशानी झेलना पड़ रही है।
यह कहना है बस ऑपरेटर्स का
बस ऑनर एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि शुक्ला के अनुसार संभाग में 3000 गाडिय़ां है जो अंतर जिला चलती है। बसों का संचालन इसलिए प्रारंभ नहीं किया, क्योंकि सरकार हमारी मांगों का निराकरण नहीं कर रही है। हमारी मांग है कि अप्रेल माह से अभी तक का टैक्स माफ किया जाए। इसी प्रकार यात्री किराया बढ़ाया जाए। उदाहरण दिया कि डीजल के प्रति लीटर भाव 15 रू. से अधिक बढ़ गए हैं। ऐसे में उज्जैन से इंदौर के बीच का किराया 54 रू. पुराता नहीं है। किराया 80 से 90 रू. प्रति सवारी किया जाए। चूंकि बसें खड़ी है,ऐसे में इसका ऋण/टेक्स/मैंटेनेंस आदि भी उन्हे ही भरना है। केवल 54 रू. प्रति सवारी के हिसाब से घाटा नहीं उठाया जा सकता। सरकार यदि टेक्स माफ भी कर देती है तो भी किराया तो बढ़ाना ही होगा।
शासन को सूचित कर दिया : आरटीओ
शासन के आदेश के बाद भी बसों का चक्काजाम होने पर आरटीओ संतोष मालवीय ने कहा कि शासन को सूचित कर दिया है कि उज्जैन जिले में बसों का संचालन नहीं हुआ है। फिर जैसा आदेश शासन का आएगा,वह करेंगे।
वहीं संभागायुक्त आनंद शर्मा ने कहाकि आगे की क्या नीति रहेगी, यह शासन स्तर पर तय होगी। हम शासन द्वारा दिए गए आदेश पर अमल करवाएंगे।
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