इंदौर। सम्पत्ति व्ययन नियमों, लीज नवीनीकरण से लेकर प्राधिकरण के चल रहे प्रोजेक्टों टीपीएस के तहत घोषित की गई नई योजनाओं सहित अन्य मामलों की जानकारी लेने नगर तथा ग्राम निवेश के संचालक मुकेशचंद्र गुप्ता प्राधिकरण दफ्तर पहुंचे और रात 8 बजे तक मौजूद रहे। एकल खिडक़ी का अवलोकन भी उन्होंने किया और बाहर मौजूद पीडि़तों की सुनवाई भी शुरू कर दी और अधिकारियों से पूछा कि लोग इतने दिनों से चक्कर क्यों काट रहे हैं?
नियमों के सरलीकरण से लेकर कई अन्य दिशा-निर्देश भी उन्होंने प्राधिकरण के साथ नगर तथा ग्राम निवेश के अधिकारियों को भी दिए। इंदौर विकास प्राधिकरण में पिछले दिनों से लोगों की शिकायतों के निराकरण की प्रक्रिया अध्यक्ष जयपालसिंह चांवड़ा और सीईओ आरपी अहिरवार ने शुरू की है। 10 हजार से अधिक लम्बित प्रकरणों में से 80 फीसदी से ज्यादा निराकृत भी करवाए और हफ्ते में दो दिन बुधवार और गुरुवार का समय सुनिश्चित भी किया गया, जिसमें पीडि़तों की समस्याएं हाथों हाथ निराकृत की जाती है और उन्हें संबंधित दस्तावेज भी सौंपे जा रहे हैं।
कल दोपहर संचालक श्री गुप्ता प्राधिकरण दफ्तर पहुंचे और उन्होंने एकल खिडक़ी व्यवस्था को देखा, किस तरह से आवेदन लिए जाते हैं और उनका निराकरण किस तरह से होता है उसकी पूरी प्रक्रिया देखी-समझी। उनके साथ सीईओ श्री अहिरवार, अधीक्षण यंत्री अनिल जोशी, ज्ञानेन्द्रसिंह जादौन और भोपाल से आए नगर तथा ग्राम निवेश के अधिकारी संजय मिश्रा भी मौजूद रहे। सिंगल विंडो का अवलोकन करने के बाद जब संचालक बाहर निकले तो वहीं बड़ी संख्या में पीडि़त भी अपने आवेदनों को लेकर खड़े थे। उनसे चर्चा शुरू कर दी। कई पीडि़तों ने शिकायत भी की कि वे बीते कई महीनों-सालों से चक्कर काट रहे हैं।
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