महंगी लाइसेंस फीस के कारण किसी कंपनी ने नहीं दिखाई रुची
अब तीन माह के लिए दो इमरजेंसी काउंटर खोलने के लिए निकाले टेंडर
इंदौर। खाने-पीने के शौकीनों के शहर के रूप में पहचाने जाने वाले इंदौर के एयरपोर्ट पर कोई खाने-पीने के काउंटर खोलने के लिए कोई नहीं आ रहा है। कारण है एयरपोर्ट प्रबंधन द्वारा इन काउंटर्स के लिए तय की गई भारी फीस। जो मौजूदा काउंटर्स चल रहे हैं, उनके टेंडर की भी वैधता खत्म होने वाली है। इसे देखते हुए एयरपोर्ट प्रबंधन ने दो काउंटर्स को इमरजेंसी में चालू रखने के लिए टेंडर जारी किए हैं। जल्द ही एयरपोर्ट के 20 से ज्यादा काउंटर्स के लिए प्रबंधन फिर से टेंडर जारी करेगा।
विमानतल पर खाने-पीने के सभी 20 से ज्यादा काउंटर्स चलाने के लिए लॉकडाउन के पहले एक ही कंपनी को काम दिया गया था, जिसे मास्टर कंसेशनर कहा जाता है, लेकिन लॉकडाउन में यात्री ना होने के कारण कंपनी ने काम बंद कर दिया। तब से ही एयरपोर्ट पर इन काउंटर्स को लेकर खींचतान की स्थिति है। इसे देखते हुए एक बार फिर एयरपोर्ट प्रबंधन ने इन सभी काउंटर्स को शुरू करने के लिए एक ही मास्टर कंसेशनर कंपनी को नियुक्त करने के लिए टेंडर जारी किए थे, लेकिन फीस बहुत ज्यादा होने के कारण किसी कंपनी ने इसमें रुचि नहीं दिखाई। इसके कारण अब प्रबंधन दोबारा ये टेंडर करने की तैयारी में है। इस बीच एयरपोर्ट पर चल रहे सिर्फ चार काउंटर्स में से भी दो काउंटर्स की अवधि खत्म होने के चलते प्रबंधन ने इन दो काउंटर्स को तीन माह के लिए चलाने के लिए टेंडर जारी किए हैं। इनमें एयरपोर्ट के डिपार्चर एरिया में बना एक काउंटर और अराइवल गेट के पास बना एक काउंटर शामिल हैं। ये टेंडर आज ही खोले जाएंगे। अगर इसके लिए कोई कंपनी नहीं आती है तो ये काउंटर्स भी बंद हो सकते हैं, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
पहले चलते थे 20 काउंटर्स, अभी सिर्फ चार, बार-रेस्टोरेंट बंद
लॉकडाउन के पहले एयरपोर्ट पर 20 से ज्यादा फूड काउंटर्स चलते थे। इनमें बार और रेस्टोरेंट भी शामिल थे, लेकिन अब सिक्यूरिटी होल्ड एरिया में दो और ये काउंटर ही चल रहे हैं। बार और रेस्टोरेंट भी बंद हो चुके हैं। इसके कारण यात्रियों को खाने-पीने की चीजों के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। प्रबंधन को अगर जल्द मास्टर कंसेशनर नहीं मिलता है तो यात्रियों के लिए ये परेशानी जारी रहेगी।
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